जमशेदपुर।
जमशेदपुर को ऑपरेटिव कॉलेज में बीएड विभाग के द्वारा मंगलवार को एमपीएच भवन में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डा अमर सिंह ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के सीवीसी डा संजीव आनंद उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों के द्वारा द्धीप प्रज्जवलित करने के साथ मां सरस्वती के तस्वीर पर माल्यापर्ण करके किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डा अमर सिंह ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि वरीय पुलिस अधीक्षक डा प्रभात कुमार को शिक्षा जगत से पुराना नाता रहा है। उनके द्वारा आज भी छात्र छात्राओं को आगे बढने के लिए कई तरह के कार्यक्रम के माध्यम से प्रेरणादायक बात का रखते है। आने वाले समय में उनके अनुभव का लाभ महाविद्यालय के द्वारा उठाया जाएगा।इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षकों को अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया गया। वही कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी छात्र छात्राओं ने आयोजन किया। इस अवसर पर डा नीता सिन्हा,डा डी के मित्रा, परीक्षा नियंत्रक डा भूषण कुमार सिंह, उप परीक्षा नियंत्रक डा आर एस पी सिंह, सीनेटर ब्रजेश कुमार,बर्सर डा अशोक कुमार रवानी,डा कृष्णा प्रसाद,डा सुनीता सहाय, डा अंतरा कुमारी,डा दुर्गा तामसोय, डा स्वती सोरेन,डा राजू ओझा, स्वरूप मिश्रा,डा इरशाद , डा महेंद्र प्रसाद, डा खुशवंत कोर, डा फलोरेंस बेक, डा बीरू कुमार,डा भीम कुमार राम ,डा पूनम कुमारी,डा मनोज कुमार, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में बीएड के छात्र बिरेंद्र कुमार, सोनी कुमारी,आदि का काफी योगदान था।
शिक्षा में एक सौ प्रतिशत रिर्टन की गारंटी है: एस एस पी
अपने संबोधन में वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि आज वह जो भी है बेहतर शिक्षा के बदौलत है। उनके परिजनों के द्वारा उनको बेहतर शिक्षा प्रदान करने का कार्य किया गया जिसके कारण वह आज सफलता के इस मुकाम पर है। आम लोग जमीन,मयुचल फंड आदि में निवेश करते है। जबकि सबसे अच्छा रिर्टन का क्षेत्र है शिक्षा। शिक्षा में निवेश करने के बाद सबसे ज्यादा रिर्टन होने की गारंटी हे। एक बच्चा अपने पुरे परिवार का भला कर सकता है इसका केवल एक कारण शिक्षा हे।लेकिन दुख की बात है कि शिक्षा के महत्व को कुछ लोग नही समझ रहे है वर्तमान समय में शिक्षा को लोग रोजगार का साधन मान रहे है।लेकिन शिक्षा निवेश नही है। क्योकि शिक्षा एवं शिक्षक की भूमिका कभी भी रोजगार नही हो सकता हे।कार्यक्रम के अवसर पर सीवीसी डा संजीव आनंद ने भी छात्र छात्राओं को प्रेरणादायक बात को रखा।