जमशेदपुर
जमशेदपुर में रंगरेटा महासभा को पुनः स्थापित करने के लिए प्रयास होने लगा है. महासचिव हरजिंदर सिंह रिंकू और ट्रस्टियों ने इसका बीढ़ा उठाया है. लगातार शहर के विभिन्न कोनों में बैठकों का दौर जारी है. बैठक में प्रधान मंजीत सिंह गिल का चहूंओर विरोध भी देखने को मिल रहा है. सभी एक स्वर में मंजीत सिंह को पदमुक्त करने की मांग पर अड़े हुए हैं. इन बैठकों में फिलहाल महासभा से मनमुटाव के कारण बिखरे पदाधिकारियों व सदस्यों को वापस लाने पर जोर दिया जा रहा है. रणनीति बनाई गई है कि चेतना मार्च से संगत के आने के बाद सभी गिले शिकवे दूर किए जाएंगे. इधर, महासभा के महासचिव हरजिंदर सिंह रिंकू ने कहा कि मंजीत सिंह के हिसाब किताब में गड़बड़ी के कारण दीदार सिंह जी के साथ हुए विवाद के बाद समाज का बहुत प्रमुख धड़ा महासभा से अलग हुआ था, जिसे फिर से एक मंच पे लाने का काम पिछले कई महीनों के प्रयास से संभव लग रहा है. जल्द महासभा अपने वास्तविक स्वरूप में नजर आएगी.
चेतना मार्च के बारे संगत को दी जानकारी
इधर, महासचिव रिंकू ने चेतना मार्च की विशेषता से एक बयान जारी कर संगत को अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि बाबा जीवन सिंह एजुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट चंडीगढ़ के द्वारा अमर शहीद बाबा जीवन सिंह जी के 361वें प्रकाश दिवस को समर्पित 23वां चेतना मार्च चेयरमैन सरदार जसवंत सिंह रंगरेटा की अध्यक्षता में एक सितंबर को अकाल तख्त श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर में श्री अखंड पाठ आरम्भ होगा. 3 सितंबर को सुबह 8 बजे श्री अखण्ड पाठ की समाप्ति के बाद श्री गुरुग्रंथ साहिब के छत्र छाया में पंज प्यारों की अगुवाई में जयकारों की गूंज में गुरु जी की लाडली फ़ौज गतका पार्टियों के साथ आरंभ होकर दोपहर का लंगर साहनेवाल लुधियाना में होगा और फतेहगढ़ साहिब दीवान हाल में संगत रात्रि विश्राम करेगी. 4 सितंबर को सुबह 6 बजे आगे रवाना होगी. दोपहर में चमकौर साहिब में लंगर के उपरांत तख्त श्री केशगढ़ साहिब, श्री आनंदपुर साहिब में विश्राम करेगी. 5 सितंबर को सुबह 8 बजे श्री अखंड पाठ की समाप्ति के बाद श्री दशमेश हाल गुरुमत विचारों के बाद समाप्त होगी.