जमशेदपुर
जुगो जुगो अटल सिखों के आदि ग्रंथ श्री गुरुग्रन्थ साहिब के 418वें प्रकाशपर्व को समर्पित महान कीर्तन दरबार श्री गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो में आयोजित किया गया. जहां कीर्तन के माध्यम से संगत को गुरु ग्रंथ साहिब की महत्ता बतायी गयी.
रविवार को मानगो गुरुद्वारा में हजूरी रागी गुरप्रीत सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब के सम्मान में शब्द “….बाणी गुरु है गुरु है बाणी, विच बाणी अमृत सारे…” और “….साहिब मेरा एको है, एको है भई एको है….” गायन करते हुए संगत को भक्तिभाव में लीन कर दिया. खचाखच भरे गुरुद्वारा परिसर में प्रचारक वीर गुरप्रताप सिंह ने गुरुग्रंथ साहिब के इतिहास के बारे में अवगत कराया जिसे संगत ने पूरे श्रद्धाभाव से शब्द ज्ञान श्रवण किया.
स्त्री सत्संग सभा द्वारा मानगो गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से आयोजित प्रकाशोत्सव पर्व पर समाज के गणमान्य शख्सियतों को सम्मानित भी किया गया, जिसमें मुख्य रूप से प्रखंड शिक्षा अधिकारी तजिंदर कौर, पटना साहिब गुरुद्वारा के महासचिव इंदरजीत सिंह, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटि के प्रधान शैलेन्द्र सिंह, मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह, महासचिव जसवंत सिंह जस्सू, साकची व मानगो के प्रवक्ता बलजीत संसोआ, हरविंदर सिंह मंटु, गुरुचरण सिंह बिल्ला, शिक्षाविद कुलविंदर सिंह, त्रिलोचन सिंह, गुरदीप सिंह पप्पु, सुखविंदर सिंह व स्त्री सत्संग सभा की प्रधान बलजीत कौर शामिल है. सभी को शॉल ओढ़ाया गया.
निकाली गई प्रभातफेरी
इससे पूर्व आज सुबह प्रभातफेरी निकाल कर प्रकाशोत्सव की शुरुआत की गयी, जिसमें मानगो की संगत ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. कार्यक्रम के संपूर्णता की अरदास उपरांत गुरु का अटूट लंगर संगत के बीच पंगत लगाकर बांटा गया. धन्यवाद ज्ञापन प्रधान भगवान सिंह ने जबकि मंच संचालन अमृपाल सिंह ने किया.