जमशेदपुर
इंदौर शहर में समागम के दौरान मंगलवार को गुरुद्वारा कमेटी ने दिल्ली में सिखों के कातिल कांग्रेसी नेता कमलनाथ को स्टेज में सिरोपा देकर समम्मनित किया. तभी स्टेज से गुरबाणी गायन कर रहे कीर्तनी भई मनप्रीत सिंह कानपुरी ने संगत एवं गुरुद्वारा कमेटी का खुलकर विरोध किया. उन्होंने कहा कि आप लोगों की ज़मीर मर चुकी है. अपनी क़ौम के क़ातिलों का सम्मान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि संगत से भी किसी ने विरोध नहीं किया. उन्होंने कहा कि आज के बाद कभी भी इंदौर कीर्तन करने नही आऊंगा जिसको मर्ज़ी सिरोपा दे देते हो. इतना कहते हुए वे भावुक हो गए थे. यह वाक्य देश विदेश में सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है और सिख कौम के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने कहा की भाई मनप्रीत सिंह कानपुरी विश्व प्रसिद्ध कीर्तिनिये हैं. उनके कीर्तन समागम भारत ही नही विदेशों में भी होते हैं. सतनाम सिंह गंभीर ने कहा की आज जबकि अधिकतर गुरुद्वारा कमेटियां शिरोमणि कमेटी बादल दल आदि ने सिखों के क़ातिलों के आगे अपनी ज़मीर बेच चुके है. वहीं भाई मनप्रीत सिंह का ऐसा स्टैंड लेना वाक़ई प्रसंशा योग्य है. फेडरेशन उन्हें समर्थन करती है और उनके साथ कन्धा से कन्धा मिलाकर खड़ी रहेगी.