जमशेदपुर।
स्वदेशी जागरण मंच, बागबेड़ा नगर की कमेटी का विस्तार को लेकर हरहरगुट्टू में कृष्णा शर्मा के आवास पर बैठक संपन्न हुई। बैठक में नई कमेटी का विस्तार किया गया। जिसमें मुख्य रुप से जमशेदपुर विभाग के सह संयोजक अमित मिश्रा एवं जमशेदपुर महानगर के संपर्क प्रमुख अशोक कुमार मौजूद थे।
नई कमेटी इस प्रकार से है
संयोजक- कृष्णा शर्मा, सहसंयोजक- राकेश यादव, संपर्क प्रमुख- बलराम ठाकुर, सह संपर्क प्रमुख- मुरारीलाल भालोटीया, विचार प्रमुख- कृष्णा कुमार, सह विचार प्रमुख- राहुल झा, महिला प्रमुख- कंचन देवी, सह महिला प्रमुख- ममता सिंह, संघर्ष वाहिनी प्रमुख- प्रीतम सिंह, सह संघर्ष वाहिनी प्रमुख- मुकेश यादव, प्रचार प्रसार प्रमुख- सुमित सिंह, सह प्रचार प्रसार प्रमुख- विनोद कुमार को पदभार का दायित्व दिया गया।
इसके पश्चात अशोक कुमार ने स्वाबलंबी भारत अभियान की जानकारी देते हुए कहा आज राष्ट्र की सबसे प्रमुख समस्या है। बेरोजगारी 1947 मे राजनैतिक स्वतंत्रता के बाद एवं पिछले 30 वर्षों की वैश्वीकरण की नीतियों के परिणाम स्वरुप घरेलु उत्पाद में वृद्धि तो हुई परन्तु रोजगार के अवसर में कमी आयी।भारत में दिसम्बर 2021 तक 53 मिलियन लोग बेरोजगार है। इन सभी को रोजगार देना किस भी सरकार के लिए संभव नहीं है युवाओं को जॉब लेने वाला के बजाय जॉब देने वाला बनाने की व्यापक योजना बनेगी। युवाओं में उद्यमिता, रोजगार व अर्थ सृजन को एक जन-आंदोलन बनाना है।इस बेरोजगारी को राष्ट्रव्यापी समस्या का समाधान निकालने हेतु स्वदेशी जागरण मंच ने 13 वैचारिक संगठनो के साथ मिल कर आगामी ३ वर्षों के लिए ‘स्वाबलम्बी भारत अभियान” प्रारम्भ किया है।
अमित कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 1991 में प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के वित्तमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने अंधाधुंध वैश्वीकरण की निति को अचानक लागू कर दिया था। देश के उद्योग, व्यापार, कृषि, मजदूर, बौद्धिक सम्पदा, वित्त सेवा, प्राकृतिक संसाधन सहित रोजगार प्रदान करने वाले सभी छेत्रों को इसका सामना करने के लिए न तो तैयार किया गया और न ही सावधान किया गया। दिनांक 24 जुलाई 1991 को संसद में नयी आर्थिक नीतियों की घोषणा हुई। देश के 120 करोड़ लोगों की रोजी रोटी रोजगार जैसे फैसले पर व्यापक चर्चा किये बिना विश्व व्यापार संगठन के नाम पर अचानक कोई वित्तमंत्री ऐसा कैसे कर सकते हैं. इस बात पर देश में बड़ा सवाल उठा। इसके उत्तर में राष्ट्रऋषि मा दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने 22 नवम्बर 1991 को स्वदेशी जागरण मंच का गठन किया। उन्होंने बताया मंच का तीन स्तरीय कार्य है वैचारिक, आंदोलनात्मक और रचनात्मक। वैचारिक गतिविधियों में विचार गोष्ठी, विचार वलय, हर घर संपर्क अभियान एवं कार्यशाला लगा कर जन जागरण का काम करती है। आंदोलनात्मक में देश के ज्वलंत मुद्दों जैसे एफडीआई, विदेशी सामानों का बहिष्कार, गांव से पलायन रोकने हेतु आंदोलन आदि के विषयों पर सड़क पर उतर कर आंदोलन करती है और मंच के रचनात्मक कार्यों में स्वदेशी मेला प्रमुख रूप से आता है। स्वदेशी जागरण मंच आर्थिक क्षेत्र, कृषि क्षेत्र, पर्यावरण, परिवार संस्कार एवं संस्कृति और स्वरोजगार जैसे विषयों को लेकर जन जागरण का कार्य कर रही है।
बैठक में मुख्य रूप से कृष्णा शर्मा बलराम ठाकुर प्रीतम सिंह कंचन देवी ममता सिंह राहुल झा कृष्णा कुमार विनोद कुमार आदि उपस्थित थे।