जमशेदपुर।
देश के महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर शहर की सामाजिक संस्था “नमन” द्वारा साकची कार्यालय में शहर के गणमान्यों महिलाओं एवं युवाओं की गरिमामय उपस्थिति में संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामाश्रय प्रसाद व अन्य ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
कांग्रेस के वरिय नेता रामाश्रय प्रसाद ने कहा कि जब लाला लाजपत राय पर अंग्रेजों ने लाठियां बरसाई तो लाजपत राय ने उसी दौरान कह दिया था कि उनके सिर पर पड़ने वाली एक-एक लाठी, अंग्रेजों के ताबूतों पर एक-एक कील का काम करेगी. उन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान देकर देश के युवाओं में राष्ट्रप्रेम की एक अलग ही लौ जला दी.
इस मौके पर काले ने कहा कि देश के ऐसे कई महापुरुष थे, जिन्होंने अपना जीवन देश की आजादी के लिए समर्पित कर दिया है. उन्हीं में से एक लाला लाजपत राय हैं, जिन्होंने देश को आजाद करवाने के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया. देश की आजादी के लिए उनका बड़ा योगदान है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उनके बलिदान का देश सदैव ऋणी रहेगा. उन्होंने कहा कि ऐसे महान पुरषों से हमेशा प्रेरणा मिलती है. इस देश को एवं समाज को लाला लाजपत राय जैसे विचारों की आवश्यकता है.
लाला जी ने विश्व में वैचारिक ज्योति प्रज्जवलित कीः गंभीर
इस दौरान आल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि लाला लाजपत राय जी ने अपने प्राणों की आहुति देकर इस देश की आजादी के लिए अहम भूमिका निभाई. परतंत्रता से मुक्ति के लिए उन्होंने भारत सहित विश्व में वैचारिक ज्योति प्रज्जवलित की. स्वतंत्र भारत के लिए वैचारिक नींव को सुदृढ़ता प्रदान की. उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता.
कार्यक्रम में जमशेदपुर पंजाबी समाज से संजीव सहगल व अमित आहूजा भी विशेष रूप से उपस्थित हुए और लाला लाजपत राय जी के जीवनी पर अपने उद्गार व्यक्त किये. कार्यक्रम का संचालन धनुर्धर त्रिपाठी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन रीया मित्रा द्वारा किया गया.
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में ये भी थे मौजूदः
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान रामकेवल मिश्रा, संजय सहगल, जसवंत सिंह भोमा, संजीव, संतलाल पाठक, दलबीर सिंह, सरबजीत सिंह, प्रमीला शर्मा, लख्खी कौर, ममता पुष्टि, आभा वर्मा, चंद्रा रानी, गौरी, रीता लोहार, ललीता देवी, गंगा राम तिर्की, सुंदर कुमार शर्मा, जूगुन पांडे, महेश मिश्रा, विभास मजूमदार, प्रिंस सिंह, विक्रम ठाकुर, संतोष यादव, नवीन तिवारी, मनीष सिंह, शेखर मुखी, कौशिक प्रसाद, बिट्टू मुखी, कार्तिक जुमानी, सूरज सिंह सिद्धू, सरबजीत सिंह, विवेक कामंत, सूरज यादव, धीरज चौधरी, विक्की तारवे, शुभम लाल, मोहन दास, सनोज चंद्रा, मनोज हलदर, सूरज चौबे, रामा राव, राकेश मंडल, बिनोद राव, प्रेम करण पांडे, किसन सिंह सहित अन्य बड़ी संख्या में युवाओं ने भागीदारी निभाई.