चाईबासा।प्रकृति जहां हमे सबक सिखाती है वही हमारे जीवन यापन के लिये हमें दाना भी देती है। इसलिये हम सभी का दायित्व है कि इस प्रकृति को बचाए रखने में हम सभी अपनी भूमिका निभाये। वन एवं पर्यावरण को संरक्षित करने के लिये ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाये। इससे हमारी आने वाली पीढ़ी सुरक्षित रह सकेगी। उक्त बातें जिला पशुपालन कार्यालय परिसर में आयोजित 73वें वन पर्यावरण महोत्सव के दौरान पौधारोपन करते हुए सांसद गीता कोड़ा ने कही। उन्होंने कहा कि वन हमारे जीवन में कितने उपयोगी हैं इसका प्रमाण हम लोगों ने कोरोना काल में देखा जब लोग ऑक्सीजन की तलाश में सिलेंडर लेकर भागे फिर रहे थे।हम किस तरह से सांसो के लिये तरस रहे थे।अऑक्सीजन के आभाव में हमने अपने स्वजनों को खोया है।
हम प्रकृति को बदल नही सकते: दीपक
चाईबासा के विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि हम प्रकृति को उसके रूप से बदल नहीं सकते यदि बदलने का प्रयास करते है तो उसके परिणाम काफी घातक हो सकता है। इसलिये हम सभी को प्रकृति को बनाये रखने के लिये उसी अनुसार चलना चाहिए। सभी को ज्यादा से ज्यादा पौधारोपन करना चाहिए तथी पर्यावरण संरक्षित रह सकेगा।इस मौके पर सांसद और विधायक सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने परिसर में विभिन्न् प्रजाति के फलदार, औघाषिय गुणों वाले पौधे तथा इमारती लकड़ियों वाले पौधे लगाये।इस मौके पर डीएफओ चाईबासा सत्यम कुमार ने भी अपनी बातों को रखा।
यह रहे कार्यक्रम में उपस्थित
कार्यक्रम का संचालन बरकेला रेंज के रेंज ऑफिसर शंकर भगत ने किया तथा कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन सांरडा प्रक्षेत्र के डीएफओ प्रजेश जेना ने किया। इस मौके पर डीएफओ प्रोबेशनर बिलाल अहमद सहित चाईबासा रेंज के राजेश्वर प्रसाद सहित बड़ी संख्या में वन महिला व पुरुष वनरक्षी, पशुपालन विभाग के क्षेत्रीय निदेशक पशुपालन कोल्हान मिथिलेश कुमार सिंह, जिला के चिकित्सा डॉ सुधाकर सिंह मुंडा सहित पशुपालन विभाग के अनेक कर्मी उपस्थित थे।