Jamshedpur : कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारी शुक्रवार से एक बार फिर से हड़ताल पर चले गए हैं। इनके हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई है। मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अस्पताल में स्थायी नर्स की संख्या काफी कम है। इधर, अस्पताल परिसर में ही सभी से धरना पर बैठ गए और अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक को एक मांग पत्र सौंपा गया है। जिसके माध्यम से बकाया मासिक वेतन का भुगतान करने व कोरोना काल में ड्यूटी करने वाले कर्मियों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने की मांग की गई है। आंदोलनरत आउटसोर्स कर्मियों ने बताया कि वे लोग काफी लंबे समय से अपनी सेवाएं अस्पताल में दे रही हैं परंतु सभी कर्मी अस्पताल प्रबंधन और कार्य करने वाली एजेंसी के बीच पिसते चले आ रहे हैं। उन्हें मिलने वाले वेतन का भुगतान समय से नहीं हो पाता है जिसके कारण उन्हें भुखमरी की स्थिति का भी सामना करना पड़ता है। कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश छोड़कर अन्य कोई भी अवकाश नहीं मिलता। कोरोना काल के दौरान कार्य करने के बावजूद भी उन्हें प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई, बल्कि ऐसे लोगों को उक्त राशि का भुगतान किया गया जो किसी भी संक्रमित मरीज के इलाज में शामिल ही नहीं थे। आउटसोर्स कर्मियों ने उनकी मांगों पर जल्द से जल्द विचार करने की मांग की है। एमजीएम में आउटसोर्स कर्मियों में नर्स की संख्या 295 है। इसके अलावा 17-17 फर्मासिस्ट और टेक्नीशियन हैं। सबों को पिछले दो माह का वेतन नहीं मिला है। 25 नवंबर तक मांगे पूरी नही होने पर आउटसोर्स कर्मियों ने हड़ताल पर जाने का एलान किया था।