जमशेदपुर : यात्री ट्रेनों को रोककर मालगाड़ी को पास करने से गुस्साए यात्रियों ने गुरुवार को झाड़ग्राम रेलवे स्टेशन पर खूब हंगामा किया. इस बीच यात्री ट्रेन से नीचे उतर गए थे और रेलवे ट्रैक पर जाकर बैठ गए थे. उनका कहना था कि यात्री ट्रेनों को रोक दिए जाने और मालगाड़ी को पास कर दिए जाने से उनकी ड्यूटी छूट जाती है. छात्र भी समय पर स्कूल-कॉलेज नहीं पहुंच पाते हैं.
टाटा-खड़गपुर ट्रेन पर सवार होते हैं ड्यूटी करनेवाले यात्री
टाटा-खड़गपुर पैसेंजर ट्रेन की बात करें तो इसमें ज्यादातर ड्यूटी करनेवाले यात्री ही सवार होते हैं. उनकी ट्रेनों को रोककर रास्ते में मालगाड़ी को पास कर दिया जाता है.
गोविंदपुर और घाटशिला में भी पहले हुआ था हंगामा
ठीक इसी तरह की समस्या को लेकर गोविंदपुर और घाटशिला स्टेशन पर भी हंगामा हो चुका है. बावजूद रेलवे पर इसका प्रभाव नहीं पड़ता है.
यात्री ट्रेनों से रेलवे को लाभ नहीं
रेलवे के वरीय अधिकारियों की बात सुनें तो रेलवे को यात्री ट्रेनों से किसी तरह का फायदा नहीं होता है. ऐसे में रेल ही मालगाड़ी को पहले पास करने की योजना रेलवे की ओर से सालों पहले से ही बनाई गई है. उसी आदेश पर निचले अधिकारी आज भी चल रहे हैं.
डेढ़ घंटे तक किया चक्का जाम
टाटा-खड़गपुर पैसेंजर और टाटा-हावड़ा स्टील एक्सप्रेस के यात्रियों ने भी गुरुवार को हंगामा किया. स्टील एक्सप्रेस के भी यात्रियों का आरोप था कि मालगाड़ी के कारण उनकी ट्रेन रोक दी गई. डेढ़ घंटे के बाद किसी तरह से रेल यात्री रेलवे ट्रैक से हटे थे.