जमशेदपुर : प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए पीएम मोदी 21 अप्रैल को सरायकेला-खरसावां जिले के डीसी रवि शंकर शुक्ला को सम्मानित करेंगे. सरायकेला-खरसावां के डीसी को यह सम्मान वर्ष 2024 में बेहतरीन प्रशासनिक सेवा के लिए दिया जायेगा. आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम में ओवरऑल बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उनका चयन किया गया है. इधर डीडीसी और गम्हरिया के बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी भी बेहतर योगदान देने के लिए सम्मानित किए जाएंगे.
21 अप्रैल को सिविल सर्विसेज डे पर कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 अप्रैल को सिविल सर्विसेज डे पर देश की राजधानी नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें पुरस्कृत करेंगे. आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम नीति आयोग की ओर से शुरू किया गया कार्यक्रम है. इसका उद्घाटन 7 जनवरी 2023 को किया गया था. देश के 500 पिछड़े प्रखंडों के सर्वांगीण विकास के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गयी थी. इसके तहत चयनित 500 पिछड़े प्रखंडों में सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए योजनाओं पर काम करने को कहा गया था.
स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि पर था फोकस
चयनित आकांक्षी प्रखंडों में 5 क्षेत्रों पर फोकस करते हुए सुधार की दिशा में काम किया गया था. इसमें स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि और उससे जुड़ी सेवाओं के साथ-साथ आधारभूत संरचनाओं और सामाजिक विकास पर विशेष जोर दिया गया.
गम्हरिया के बीडीओ ने बढ़ाया मान
गम्हरिया के बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी ने बातचीत में बताया कि वे पुरस्कार लेने के लिए नयी दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. उन्होंने कहा कि जो भी काम किया वह ड्यूटी के हिसाब से किया और आगे भी करते रहेंगे. उनका काम ही है सरकारी आदेशों का पालन करना और लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना.
रवि शंकर शुक्ला ने करीम सिटी कॉलेज से की थी पढ़ाई
डीसी रवि शंकर शुक्ला का जमशेदपुर से पुराना नाता रहा है. 2002 में उन्होंने इंटरमीडिएट साइंस की पढ़ाई करीम सिटी कॉलेज से पूरी की थी. उनके पिता रमाशंकर शुक्ला जमशेदपुर में 2000 से 2003 तक ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट पद के पर थे. तब करीम सिटी कॉलेज में दाखिला लिया था इंटरमीडिएट साइंस की पढ़ाई की थी. 2012 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रवि शंकर शुक्ला ने यूपीएससी की तैयारी हजारीबाग में की थी. सिविल सर्विसेज की तैयारी में हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त मनीष रंजन से मार्गदर्शन मिलता रहा.
जहां रहे वहां मिली उपलब्धि
आइएएस बनने के चार साल बाद ही उन्हें हजारीबाग के 87वें उपायुक्त के रूप में जिम्मेदारी मिली. उसके पूर्व वे लातेहार में पदस्थापित थे. मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहनेवाले रवि शंकर शुक्ला ने लखनऊ से आइआइबी व आइआइएम की पढ़ाई की. उसके बाद उन्होंने बेंगलुरू से वाटर मैनेजमेंट में शोध भी किया. हजारीबाग का उपायुक्त रहते रविशंकर शुक्ला ने स्वच्छता मिशन में काफी बेहतर कार्य किया था. स्वच्छता रैंकिंग में हजारीबाग झारखंड में नंबर वन और देश भर में तीसरे पायदान पर रहा. स्वच्छता मिशन के ब्रांड एंबेसडर अभिनेता अक्षय कुमार ने इस उपलब्धि पर उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को मुंबई में सम्मानित किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने हजारीबाग के कार्यक्रम के दौरान हजारीबाग के स्वच्छता मिशन की तारीफ की थी.