जमशेदपुर : कोल्हान में हथियार के बल पर अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है। कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने तीनों जिलों के एसपी को आर्म्स एक्ट के अपराधियों के खिलाफ धड़-पकड़ और छापेमारी अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इसी को लेकर सोमवार की देर शाम डीआईजी ने जमशेदपुर स्थित जिला पुलिस मुख्यालय में एक बैठक की। इस बैठक में मुख्य रूप से शहरी क्षेत्र के सभी थानेदार और डीएसपी मौजूद थे। डीआईजी ने सभी को निर्देश दिया है कि वे पांच साल के अंतराल में जितने भी आर्म्स एक्ट के मामले हैं, उनकी फाइल दोबारा खोलें और यह पता लगाएं कि उक्त कांड में अपराधियों के पास हथियार कहां से आए थे।
डीजीपी ने दिए है आदेश
मालूम हो कि डीआईजी एमवी राव ने आदेश जारी किया है की जिस थाना क्षेत्र में गोली चालन की घटना घटेगी उन थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी। इसी के मद्देनजर डीआईजी ने सभी थाना प्रभारी और डीएसपी को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाएं। इधर, बैठक के दौरान डीआईजी राजीव रंजन ने सभी थाना प्रभारियों को बताया है कि पिछले पांच सालों के अंतराल में जितने भी आर्म्स एक्ट के मामले हुए हैं, उनसे जुड़े अपराधियों से पूछताछ करें और यह पता लगाएं की घटना में प्रयुक्त किया गया हथियार उन्होंने कहां से लाया गया था।
हथियारों के संबंध में नहीं मिलती है जानकारी वैसे हथियार से घटना को अंजाम देने के बाद जब कोई अपराधी पकड़ा जाता है तो वह हथियार के संबंध में ज्यादा जानकारी पुलिस को नहीं देता। जिस कारण से हथियार बरामदगी का स्रोत पुलिस को पता नहीं चल पाता। अपराधी ज्यादातर मृत अपराधी का नाम बता देते हैं। इस कारण पुलिस की जांच वहीं थम जाती है। ऐसे में पुलिस अब आर्म्स एक्ट से जुड़े अपराधियों के खिलाफ नई रणनीति के तहत काम करेगी। डीआईजी ने बताया कि जो अपराधी हथियार के संबंध में सूचना देने में पुलिस की मदद करेंगे उनसे पुलिस नरमी से पेश आएगी।