जमशेदपुर।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह ने रविवार को कमेटी का विस्तार किया. चुनाव के दौरान भगवान सिंह के लिए चाणक्य नीति के साथ कड़ी मेहनत करने वाले सरदार शैलेन्द्र सिंह को उन्होंने संरक्षक बनाया है. उन्हें सीजीपीसी में जगह दिए जाने के साथ ही विरोध शुरू हो गया है. सीजीपीसी के पूर्व प्रधान रहे सरदार हरनेक सिंह ने शैलेन्द्र सिंह को गुरु घर का देनदार बताते हुए भगवान सिंह को पत्र लिखकर उन्हें किसी भी पद में शामिल नहीं करने की मांग की है. हरनेक सिंह ने कहा है कि
उम्मीद है कि आपको जानकारी होगी की शैलेंद्र सिंह ने सीजीपीसी के अध्यक्ष रहते 2002 से 2011 के दरम्यान
कमेटी के लाखों रुपए असंवेधानिक तरीके से गबन कर लिये थे, इसलिए जब तक शैलेंद्र सिंह पैसे जमा नहीं करवा देता वो किसी भी धार्मिक संस्था का सदस्य या पदाधिकारी नहीं बन सकता. उन्होंने प्रधान को बिनती की है कि क़ौम के लाखों रुपय गबन करने वाले शैलेंद्र सिंह को सीजीपीसी का सदस्य या पदाधिकारी ना बनाया जाए.सइस मामले में शैलेन्द्र सिंह का पक्ष लेने के लिए उन्हें फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.