जमशेदपुर : परसुडीह का लोको कॉलोनी पहाड़ी पूजा के लिए ही शहर ही नहीं बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में भी चर्चा का विषय बना रहता है. लोको रिक्रिएशन क्लब की ओर से पहाड़ी पूजा के लिए रविवार को भूमि पूजन किया गया. पूजा एक मई से लेकर छह मई तक चलेगी. छह मई को ही धमाकेदार आतिशबाजियों के साथ मां पहाड़ी को विदाई दी जाएगी. इसको लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम कमेटी के लोगों की ओर से किया जा रहा है.
उमड़ पड़ी भीड़
भूमि पूजन के दिन ही लोको कॉलोनी के श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी. इस दौरान लोगों की आस्था देखते ही बन रही थी. महिलाओं और पुरुषों का उत्साह भी देखते ही बन रहा था.
नगर भ्रमण भी होता है अनोखा
पहाड़ी पूजा के पहले दिन से ही नगर भ्रमण का कार्यक्रम मां पहाड़ी का होता है. मां पहाड़ी के साथ उनकी सात बहनें भी साथ में चलती हैं. पूरे लोको कॉलोनी में मां पहाड़ी का नगर भ्रमण कराया जाता है. नगर भ्रमण के दौरान मां पहाड़ी के सिर पर डलिया होता है और उनके साथ चलने वाली सात बहनें सिर पर कलश लेकर साथ रहती हैं. इस बीच रास्ते में लोग मां पहाड़ी का पैर नीम पत्ता और जल से धोकर आर्शिवाद लेते हैं. यहां के लोगों की मान्यता है कि मां पहाड़ी के पांव पखारने से सभी संकट दूर हो जाते हैं.
झांकी में देख सकेंगे रामायण-महाभारत के पात्र
अंतिम दिन 6 मई को मां पहाड़ी को विदाई दी जाएगी. इस बीच झांकी भी निकाली जाएगी. झांकी में रामायण और महाभारत के पात्रों को भी देखने को मिलेगा. अंतिम दिन तो हजारों लोगों की भीड़ उमड़ती है. उस दिन की प्रतीक्षा शहर के लोग सालभर करते हैं. विदाई के दिन ही तय कर लेते हैं कि अगले साल विदाई के दिन जरूर आना है.
आजादी के पहले से ही हो रही है पूजा
लोको कॉलोनी की बात करें तो यहां पर आजादी के पहले से ही पहाड़ी पूजा का आयोजन किया जा रहा है. तब शहर में कहीं पर भी इसका आयोजन नहीं होता था. समय के साथ यह आयोजन लोगों के जुड़ाव के कारण अब भव्य रूप धारण कर चुका है. कहा जाता है कि नीलम्मा नामक महिला ने पूजा की शुरूआत की थी.