जमशेदपुर : अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने रांची हाईकोर्ट को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि रेलवे श्रम व बाल किशोर न्यायालय को जमशेदपुर के व्यवहार न्यायालय मे स्थानांतरित किया जाय. जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में दोनों सुविधायें नहीं होने से अधिवक्ताओं को और पक्षकार तो काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. व्यवहार न्यायालय से रेलवे न्यायालय और बाल किशोर न्यायालय 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. श्रम न्यायालय अनुमंडल दंडाधिकारी न्यायालय पुराना व्यवहार न्यायालय परिसर में अभी तक चल रहा है. अधिवक्ताओं को और पक्षकारों को मुकदमा की पैरवी के लिए न्यायालय जाने के समय काफी परेशानी होती है.
बाल किशोर न्यायालय में अभी तक अस्थाई न्यायिक अधिकारी होने से मुकदमे की सुनवाई पूरी अवधि में नहीं होने से पक्षकार को न्याय मिलने में देरी होती है. अधिवक्ताओं को समय के अभाव में चारों न्यायालय में पैरवी कर उपस्थिति नहीं होने के कारण न्याय से वंचित होना पड़ता है. साथ ही अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है. अधिवक्ताओं और पक्षकारों की परेशानी को देखते हुए चारों न्यायालय को जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में लाने का अनुरोध रांची हाईकोर्ट से की है.