जमशेदपुर : रक्षाबंधन पर्व को लेकर झारखंड सरकार के कार्मिक, प्रशासनिक सुधार व राजभाषा विभाग के संयुक्त सचिव की ओर से अधिसूचना जारी हुई है. उसमें बताया गया है कि सरकारी विभागों में रक्षाबंधन की छुट्टी अब 30 अगस्त को न होकर 31 अगस्त को रहेगी. अधिसूचना में बताया गया की रक्षाबंधन के कारण झारखंड सरकार के कार्यालय एवं शिक्षण संस्थान गुरुवार को बंद रहेंगे. सरकार की इस अधिसूचना के बाद से कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा 31 अगस्त को निर्धारित विभिन्न परीक्षाओं की तिथि विस्तारित करने की मांग मुखर हो रही है.
कोल्हान आयुक्त को परिक्षार्थियों की चिंता से कराया अवगत
एलएलबी सेकेंड सेमेस्टर के परीक्षार्थीयों के निवेदन पर पूर्व विधायक सह झारखंड प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने इस आशय की मांग उठायी है. मंगलवार सुबह उन्होंने कोल्हान विश्वविद्यालय के वीसी सह कोल्हान आयुक्त मनोज कुमार से दूरभाष पर बात करते हुए परिक्षार्थियों की चिंता से अवगत कराया. उन्होंने बताया की इस मामले में केयू प्रशासन को संवेदनशील होना चाहिये और संवैधानिक, मानवीय मूल्यों के आधार पर 31 अगस्त को निर्धारित परीक्षा की तिथि को विस्तारित करनी चाहिए. वीसी ने झारखंड सरकार के कैलेंडर व राजभवन के कैलेंडर में अंतर होने का हवाला दिया. बताया कि पूर्व में झारखंड सरकार ने भी बुधवार को रक्षाबंधन पर छुट्टी रखा था, जिसे सोमवार को अधिसूचना द्वारा बदला गया है. वीसी ने कहा कि वे इस पर विचार करते हुए उचित पहल करेंगे.
ट्वीट कर कही ये बातें
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने संबंधित मामले में राजभवन एवं झारखंड सीएमओ को ट्वीट करते हुए उचित संज्ञान लेने और हस्तक्षेप का आग्रह किया है. कुणाल षाडंगी ने इस बाबत तर्क दिया कि रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के प्यार का पवित्र त्योहा है. जो पूरे भारत में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है. जैसा की स्पष्ट है कि अब रक्षाबंधन 31 को मनाया जाएगा. ऐसे में कोल्हान विश्वविद्यालय ने उसी दिन एग्जाम तय कर रखा है. इससे असुविधा होगी. परिक्षार्थियों के मन में पर्व नहीं मना पाने को लेकर चिंताएं है. सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले तथा अन्य जिलों में रहने वाले भाई-बहन एक दूसरे तक पहुंचने से वंचित रह जायेंगे. विश्वविद्यालय प्रशासन को अप्रासंगिक और परेशान करने वाले निर्णयों से बचना चाहिए. भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने मांग किया है कि व्यापक छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए शीघ्र परीक्षा तिथि को विस्तारित करनी चाहिए.