जमशेदपुर : एक्सएलआरआई ऑडिटोरियम में शुक्रवार को इन्वेस्टर्स मीट 2021 का आयोजन किया गया। इन्वेस्टर्स मीट में रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड के सीईओ अमित कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे। इसके अलावा बैठक में जिले के डीसी सूरज कुमार के साथ-साथ कोल्हान के उद्यमी, चैंबर ऑफ कामर्स, बिल्डर एसोसिएशन के अलावा प्रबुद्ध लोग भी मौजूद थे। मीट में मुख्य रूप से स्मार्ट सिटी की विशेषता और निवेश के अवसर को जाना। इस दौरान सभी को अपना सुझाव भी रखने का मौका दिया गया था। सीईओ अमित कुमार ने कहा कि स्मार्ट सिटी की कल्पना को धरातल पर उतारने का काम किया जाएगा। नॉलेज हब के रूप में विकसीत किया जाएगा। विश्व का टॉप हंड्रेड यूनिवर्सिटी में से अगर कोई भी दिलचस्पी दिखाता है तो उसे टोकन मनी में 25 एकड़ जमीन सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। कुल दो विश्वविद्यालय के लिए जमीन चिन्हित की गई है। शैक्षणिक क्षेत्र के लिे चिन्हित प्लॉट्स पर ऑक्शन करेंगे तो उसका कीमत आवासीय क्षेत्र की तुलना में एत तिहाई रखा गया है। स्मार्ट सिट ट्रांजिट ओरिएंटेड शहर के रूप में विकसीत होगा। रांची स्मार्ट सिटी हर निवशक को तकनीकी सहयोग के लिए तत्पर है।
रांची स्मार्ट सिटी में ये सुविधाएं होगी
रांची स्मार्ट सिटी में आवासीय, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, होटल, व्यवसायिक क्षेत्र में निवेश का सुनहरा अवसर मिलेगा। महाप्रबंधक राकेश कुमार नंदकुलयार वे पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से रांची स्मार्ट सिटी योजना की जानकारी दी। प्लॉट में 400 मीटर की दूरी पर ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट क सुविधा होगी।
भारत के लिए मॉडल होगा रांची स्मार्ट सिटी: डीसी
डीसी सूरज कुमार ने कहाकि कोल्हान प्रमंडल के निवेशकों में काफी छमता है। राज्य के निवेशक होने के नाते रांची स्मार्ट सिटी के विकास में आपका सहयोग और सुझाव अपेक्षित है। सीएम की परिकल्पना से ऐसे स्मार्ट सिटी निर्माण करने का संकल्प है जो पूरे भारत के लिए एक मॉडल होगा। राज्य सरकार रांची स्मार्ट सिटी को आधुनिक शिक्षा केंद्र बना रही है। यहां भी महानगर की तरह विकसीत किया जा सकता है।
क्या है खास
लगभग 650 एकड़ जमीन पर बस रही ग्रीन फील्ड स्मार्ट सिटी का 37% क्षेत्र ओपन स्पेस के रूप में रहेगा। यहां पर रोड, ड्रेनेज, सीवरेज, पार्क और पौधारोपण होगा। बाकी बची जमीन को अलग-अलग क्षेत्र जैसे शैक्षणिक, आवासीय व्यावसायिक, होटल उद्योग, हॉस्पिटल इत्यादि के लिए चिन्हित किया गया है।
जीआइएस सबस्टेशन और 4 अतिरिक्त पावर सब स्टेशन का निर्माण
निर्बाध जलापूर्ति के लिए 12 एमएलडी वॉटर सप्लाई का डेडीकेटेड पाइपलाइन, वॉटर रिजर्वायर और धुर्वा डैम में स्थित वाटर फिल्टर सेंटर में एक अतिरिक्त फिल्टर बेड का निर्माण कराया गया है। नई शहर की सड़कें 9 मीटर से लेकर 45 मीटर तक चौड़ी होंगी। जल संरक्षण के लिहाज से सभी बिल्डिंग में वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा अनिवार्य होगी। इसके साथ ही घर से निकलने वाले ड्रेन वाटर के ट्रीटमेंट की व्यवस्था की गई है ।
इस मौके पर ये अधिकारी थे मौजूद
मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम नीतीश कुमार सिंह, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नन्दकिशोर लाल, निदेशक डीआरडीए सौरव कुमार सिन्हा, कार्यपालक पदाधिकारी जुगसलाई नगर परिषद जगदीश यादव, विशेष पदाधिकारी जमशेदपुर अक्षेस कृष्ण कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी मानगो नगर निगम दीपक सहाय, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार आदि मौजूद थे ।