जमशेदपुर।
उलीडीह थाना अंतर्गत उमा अस्पताल के पास भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन लिमिटेड में डकैती की घटना को पलामू व जामताड़ा के हार्डकोर अपराधियों ने अंजाम दिया था. मामले की जांच में जुटी पुलिस के हाथ सफलता लगी है. पुलिस ने इस कांड में संलिप्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र निवासी नसीम अहमद, सिसाई थाना क्षेत्र निवासी संजय चिक बड़ाईक और जामताड़ा जिला के करमाटांड़ थाना क्षेत्र का जुमारुद्दीन अंसारी शामिल है. पुलिस ने इनके पास से कुल 16 हजार नकद और घटना में इस्तेमाल होने वाली कार बरामद की है.
इस घटना में कुल सात लोगों की संलिप्ता की बात सामने आई है. पुलिस ने जो कार बरामद की है वह संजय की है. घटना के दिन संजय और एक अन्य आरोपी कार में थे जबकि पांच लोग अंदर घटना को अंजाम देने गए थे. पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि बैंक के ही एक पुराने कर्मी की मिली भगत से घटना को अंजाम दिया गया है. बैंक में काम करने वाला एक कर्मी जिसने चार माह पहले ही काम छोड़ दिया था उसी ने पूरी प्लानिंग की थी. घटना को अंजाम देने वाला नसीम अहमद एक हार्डकोर अपराधी है. उसके खिलाफ गुमला जिले के कई थानों में लूट और हत्या जैसे मामले दर्ज है. हत्या के आरोप में वह जेल में भी बंद था. जेल से बाहर आने के बाद उसने घटना को अंजाम दिया. जेल में ही उसकी दोस्ती अन्य आरोपियों से हुई थी.
कार से भागे थे सभी
घटना को अंजाम देने के बाद सभी कार से भाग गए थे. पुलिस ने नसीम को रांची से गिरफ्तार किया जबकि जुमारुद्दीन को जामताड़ा और संजय को गुमला से पकड़ा. सभी ने अपने हिस्से के 1.25 लाख रुपये आपस में बांटे और अलग-अलग निकल गए थे. बता दें कि 3 फरवरी की रात उलीडीह थाना क्षेत्र के उमा अस्पताल के पास भारत फाईनांस में लूट की घटना घटी थी. अपराधियों ने हथियार के बल पर मौके से कुल 12.80 लाख रुपयों के अलावा सामानों की लूट कर ली थी.