जमशेदपुर।
कांग्रेस कार्यसमिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य और जमशेदपुर के पूर्व सांसद,आईपीएस डॉ अजय कुमार ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर केंद्र और यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र में अवैध रूप से जमीन बेचने और उन पर निर्माण कराने वाले 40 लोगों की लिस्ट जारी की है। इनमें अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और भारतीय जनता पार्टी विधायक वेद प्रकाश गुप्ता भी शामिल हैं, लेकिन केंद्र और योगी सरकार ने इस मामले पर पूरी तरह चुप्पी साधे रखना पसंद किया है।
डॉ अजय ने कहा मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर घोटाला करना भाजपा के लिए कोई नई बात नहीं। पिछले वर्ष श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा खरीद-फरोख्त की गई भूमि में धांधली का मामला सुर्खियों में रहा। इस प्रकरण में कई जनप्रतिनिधि समेत जिले के शीर्ष पूर्व अधिकारियों के नाम उजागर हुए थे। एक बार फिर जमीन खरीद-फरोख्त का जिन्न जमीन से बाहर आ गया है। अगर ये घोटाला नहीं है, भ्रष्टाचार नहीं है तो क्या है? राम-राम जपना, पराया माल अपना यह जो धंधा भाजपाइयों ने चला रखा है।
डॉ अजय ने कहा अगर हम पिछले साल को याद करें, भगवान राम के मंदिर के नाम पर लिए गए चंदे का इस्तेमाल बीजेपी और आरएसएस के नेताओं, कार्यकर्ताओं और अधिकारियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया. जो दलितों की जमीन खरीदी नहीं जा सकती थी वो खरीदी गई, हड़पी गई. कुछ जमीनें जो कम दामों की थीं, वो इस तरह से बेचीं गई, जिससे दिखाया गया कि ट्रस्ट ने उन्हें महंगे दामों में खरीदा. दावा किया जा रहा था कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दो करोड़ की जमीन साढ़े 18 करोड़ में खरीदी.
डॉ अजय ने कहा कि उत्तर प्रदेश और विशेष रूप से श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में इस तरह के भूमि घोटालों की कड़ी जांच विशेष अनुसंधान दल (SIT) द्वारा होनी चाहिए. अयोध्या विकास प्राधिकरण का भू- माफियाओं के साथ गठजोड़ का आरोप लगता रहा है।