जमशेदपुर : सोनारी थाना शांति समिति के सचिव सह समाजसेवी जमशेदपुर न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू की अगुआई में सोनारी थाना प्रभारी के कार्यालय में मिलकर नशा मुक्ति पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया. इस आयोजन में सोनारी थाना शांति समिति के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य था-समाज के लोगों को खासकर युवा पीढ़ी को इस अभिशप्त नशे की लत से कैसे दूर रखा जाए.
मौके पर सोनारी थाना प्रभारी कुमार सरयू आनंद ने कहा कि आज भारत जैसे देश में युवाओं के बीच तेजी से बढ़ते नशीले पदार्थों का सेवन आम समस्याओं में से एक है. भले ये बात चौंकाने वाली लगे लेकिन फिर भी यह सच है कि प्रदेश में नौजवानों के बीच आज शराब और तंबाकू-सिगरेट जैसे नशीले पदार्थों का सेवन लगभग एक आम बात बनती जा रही है. नशीले पदार्थों के उपयोग के कारण न सिर्फ इसे सेवन करने वाले लोगों के लिए अनेक गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही है, बल्कि बड़े पैमाने पर उनके परिवार और समुदाय के लोगों को भी विभिन्न समस्याओं से जूझना पड़ता है. नशीले पदार्थों में मुख्य रूप से शराब, कोकीन और अफीम से बनी नशीली दवाईयां शामिल हैं, जो लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर गंभीर रूप से प्रतिकूल प्रभाव डालती है. व्यक्ति के शरीर में लगभग उसके हर अंग पर इसका हानिकारक प्रभाव पड़ता है. नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाला नुकसान हमारी कल्पना से कहीं अधिक घातक और जानलेवा है. एक जागरूक व सभ्य समाज के रूप मे हम सभी की जिम्मेदारी है कि समाज को नशा मुक्त बनाने में अपना हर संभव सहयोग दें. सोनारी थाना शांति समिति के सभी सदस्यों ने इस बात पर अमल करके अपने गली मोहल्ले और शहर को नशा मुक्त बनाने का पुरजोर प्रयास का आश्वासन दिया. साथ ही जिला प्रशासन से निवेदन भी किया है कि जितने भी स्कूल कॉलेज के बगल मे नशीले पदार्थ की दुकानें हैं, उन्हें तुरंत बंद करवाया जाए. ताकि युवा पीढ़ी नशा से थोड़ा दूर हो पाए. शाम से पुलिस गश्ती विशेषकर, जहां पर अड्डाबाजी और युवाओं का जमावड़ा होता है उस पर अपनी पैनी नजर रखे. अंत में सुधीर कुमार पप्पू ने अपने संबोधन में कहा कि आज के युवा वर्ग के द्वारा नशीले पदार्थ का सेवन ही भयंकर सड़क दुर्घटना एवं जानलेवा मारपीट, हत्या, चोरी ही मुख्य कारण बन रहा है. उन्होंने कॉलेज एवं स्कूल प्रबंधन से भी अपील कि है कि अपने विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देते हुए जागरूकता अभियान नशा के विरुद्ध चलाया जाए. साथ ही, जिला प्रशासन और सोनारी थाना प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलाकर नशा मुक्ति मे अपनी सहयोगियों के साथ प्रयासरत रहेंगे.