Ashok Kumar
जमशेदपुर : शहर के शार्प शूटर बागबेड़ा प्रधान टोला के रहनेवाले कन्हैया सिंह को पुलिस ने 2 मार्च को ही जेल भेज दिया था, लेकिन पुलिस कन्हैया सिंह की चेन तोड़ने में अब लगी हुई है. इसके लिये पुलिस एक-एक कड़ी की तलाश कर रही है. कौन उसके साथ घुमता था. उसके साथ किसकी किस तरह की गतिविधियां थी. कौन दाहिना हाथ है और कौन बांया हाथ. सभी कड़ी को पुलिस खंगाल रही है.
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कभी भी पर्दा उठा सकती है पुलिस
कन्हैया सिंह के जेल जाने के बाद उसके सहयोगी और उसके करीबी लोग शहर से फरार हो गये हैं. पुलिस की टीम ने कई जगहों पर छापेमारी भी की है, लेकिन अधिकांश सहयोगी पुलिस के हाथ नहीं लगे. कुछ को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है और पूछताछ भी कर रही है. पूछताछ के दौरान भी पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे हैं. उसके आधार पर पुलिस आगे की गुत्थी सुलझाने का काम कर रही है.
पूछताछ के दौरान कन्हैया ने खोला था कई राज
कानपुर रेलवे स्टेशन से पुरूषोत्तम एक्सप्रेस से गिरफ्तार कर शहर लाने के बाद जिला पुलिस की टीम ने कन्हैया सिंह से पूछताछ की थी. पूछताछ के क्रम में उसने कई राज खोला था. उसी के रास्ते पर चलकर पुलिस को लग रहा है कि कुछ और सफलता हाथ लग सकती है.
शहर के अलग-अलग थाने में है 19 मामले दर्ज
शार्प शूटर कन्हैया सिंह की बात करें तो उसके खिलाफ शहर के अलग-अलग थाने में कुल 19 मामले दर्ज हैं. इसमें से 4 मामले को छोड़ बाकी के सभी मामले में पुलिस अपना सुपरवीजन रिपोर्ट सौंप चुकी है. वर्ष 2023 के पहले दिन ही कन्हैया के खिलाफ जुगसलाई और बागबेड़ा में लूट और फायरिंग का दो मामला दर्ज हुआ था.
अमित राय हत्याकांड में है सजायाफ्ता
सोनारी के रहनेवाले अमित राय हत्याकांड में कोर्ट ने कन्हैया सिंह, सुधीर दुबे, मोहन यादव और संजय केराई को उम्रकैद की सजा सुनायी थी. साथ ही 20-20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था. अमित राय की हत्या 6 दिसंबर 2016 को उसके घर के निकट ही गोली मारकर की गयी थी. मामले में कुल 10 लोगों की गवाही भी हुई थी.
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