जमशेदपुर : पश्चिम बंगाल नंदीग्राम के रहनेवाले शिवशंकर बेरा के लिए रेल में नौकरी करना एक सपना था. उसने अपने सपने को मूर्त दिया था, लेकिन अब वह परिवार के लोगों के लिए सपना बनकर रह गया है. हम बात कर रहे हैं टाटानगर रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर पर स्थित लोको रेलवे फाटक पर शंटिंग के दौरान काल के गाल में समाए रेल कर्मचारी शिवशंकर बेरा की.
घटना के बाद परिवार के लोग सीनियर डीईई से मिले और घटना की पूरी जानकारी ली. अधिकारी ने परिवार के लोगों से कहा कि रेलवे की ओर से अपने स्तर से घटना की जांच कराई जा रही है
दो माह पूर्व ही आया था टाटानगर
शिवशंकर के बारे में परिवार के लोगों का कहना है कि उसकी ज्वाइनिंग दो माह पूर्व ही टाटानगर में की गई थी. यहां पर वह किराए का मकान में रह रहा था. घटना से परिवार के लोग आहत हैं. वहीं रेल अधिकारियों ने कहा कि रेलवे की ओर से शिवशंकर की पत्नी को नौकरी और मुआवजा भी दिया जाएगा.