जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के पुलिस की कार्यशैली ही अब बदलती जा रही है. यहां पर तो पुलिसवाले एक दूसरे पुलिसवाले को भी तरजीह नहीं दे रहे हैं. ठीक इसी तरह से आरोप में शहर के ही सिदगोड़ा थानेदार रंजीत सिंह नप गए हैं. ऐसे में आम आदमी को पुलिसवाले कितने तरजीह देते होंगे इसका महज अंदाजा लगाया जा सकता है.
नवंबर 2022 में पुलिसवाले के घर हुई थी चोरी
नवंबर 2022 में पुलिसवाले उपेंद्र सिंह के घर में चोरी हुई थी. घटना में चोरों के हाथ 12 लाख के जेवर हाथ लगे थे. इसके बाद मामला भी दर्ज हुआ था.
लापरवाही बरतने का लगा आरोप
पूरा मामला आइजी पंकज कंबोज तक पहुंचा हुआ था. इसके बाद उन्होंने इस दिशा में अपनी ओर से संबंधित अधिकारियों को थानेदार पर ही कार्रवाई करने का आदेश दे दिया. इस क्रम में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है.
आइओ के साथ थानेदार भी लपटाए
पूरे मामले में आइओ ललित खालखो के साथ-साथ थानेदार पर भी कार्रवाई की गई है. जांच में पाया गया कि जिस घर में चोरी हुई थी उस घर के लोगों की ओर से कई साक्ष्य भी दिये गए थे.
जेवर की रिकवरी नहीं
घटना के बाद पुलिस ने नाम के लिए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया था, लेकिन जेवर की रिकवरी नहीं हुई. बताया जा रहा है कि केस डायरी को भी ठीक से नहीं लिखा गया था.
आम आदमी के साथ कैसा व्यवहार करती पुलिस
सिदगोड़ा थानेदार सह इंसपेक्टर रंजीत सिंह को सस्पेंड किए जाने के बाद अब यह सवाल उठ रही है कि आखिर पुलिसवाले आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे. इसको लेकर नये पुलिस कप्तान को विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
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