जमशेदपुर : जिलेभर में सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। शुक्रवार को जहां अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धालुओं ने अर्घ्य दिया। तो वहीं शनिवार को उदयीमान भगवान भास्कर को अर्ध्य देने के साथ छठ पर्व संपन्न हो गया। शहर व ग्रामीण क्षेत्र के सभी तालाबों और स्वर्णरेखा व खरकाई नदी के घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गयी। हालांकि यह भीड़ अन्य सालों की तुलना में काफी कम रही। कोरोना के कारण श्रद्धालु नदी घाटों में कुछ कम पहुंचे, लेकिन फिर भी श्रद्धालुओं में उत्साह काफी देखा गया।शुक्रवार शाम को अर्ध्य के दौरान आसमान बादलों से अच्छादित रहा, जिसके कारण लोग सूर्य देव के दर्शन को ले लोग आशंकित थे। लेकिन ज्यों ही अर्ध्य का समय हुआ तो बादलों से निकलकर भगवान भास्कर ने भक्तों को हर्षित कर दिया। शनिवार सुबह पूजा के समय भी स्थिति कुछ ऐसी ही थी। श्रद्धालुओं ने बादलों और बूंदाबांदी के बीच भगवान भास्कर को अर्ध्य दिया और अपनी मनोकामना पूर्ण के लिए प्रार्थना की।
शहर स्थित मानगो, सोनारी, कदमा, जुगसलाई महाकालेश्वर छठ घाट, बागबेड़ा बरोदा घाट समेत सुवर्णरेखा और खरकई नदी तट पर श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर की उपासना की। सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में इस वर्ष सीमित संख्या में श्रद्धालु पूजा करने पहुंचे थे। सूर्य मंदिर व कई अन्य घाटों पर जहां कोरोना के मद्देनजर सैनिटाइजर व मास्क की व्यवस्था की गई थी। तो वही सुरक्षा को लेकर सभी छठ घाटों पर पुलिस के व्यापक इंतजाम थे। सरकारी आदेश के कारण छठ घाटों में इस बार अन्य वर्षो की तरह आकर्षक विद्युत सज्जा तो नहीं की गई थी, लेकिन विभिन्न छठ पूजा कमेटी द्वारा घाट पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। इधर, सुबह के अर्घ्य के बाद दिनभर बाजार विरान रहा। ज्यादातर दुकानें बंद रही और लोग अपने परिजनों के साथ त्यौहार का आनंद उठाते रहे।