जमशेदपुर। चंडीगढ़ के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नामकरण शहीद ए आजम भगत सिंह के नाम पर किया जाना स्वागत योग्य कदम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में इसका जिक्र कर लोगों को बताया कि इस हवाई अड्डे का नामकरण शहीदे आजम भगत सिंह के प्रति श्रद्धांजलि होगी।
बारीडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक प्रधान कुलविंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई और इसमें प्रधानमंत्री के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एवं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
कमेटी ने आभार पत्र प्रधानमंत्री एवं दोनों राज्य के मुख्यमंत्री को लिखा है। वहीं प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया है कि हवाई अड्डे का नामकरण ही पर्याप्त नहीं है वरन अंग्रेजी साम्राज्यवाद के खिलाफ संघर्ष करने वाले और इस देश में क्रांति की मशाल जलाने वाले भगत सिंह के साथी राजगुरु सुखदेव चंद्रशेखर आजाद रामप्रसाद बिस्मिल, दुर्गा भाभी संबंधी अध्याय प्रारंभिक से लेकर उच्च शिक्षा तक में शामिल किया जाना चाहिए।
शहीदे आजम भगत सिंह के जीवन के समय में यदि अंग्रेजी साम्राज्यवाद मानवतावाद का सबसे बड़ा दुश्मन था वही कालांतर में संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस और वर्तमान में चीनी साम्राज्यवाद सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है।
चीनी साम्राज्यवाद से निपटने के लिए एवं देश में राष्ट्रवाद की मूल भावना का विस्तार करने के लिए भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद बिस्मिल जैसों की कुर्बानी का इतिहास आने वाली पीढ़ियों तक जाना जरूरी है।
इस बैठक में चेयरमैन करतार सिंह कार्यकारी प्रधान संदीप सिंह, महासचिव सुखविंदर सिंह, उप प्रधान ज्ञानी कुलदीप सिंह, ट्रस्टी एवं कैसियर बलविंदर सिंह, जत्थेदार कुलदीप सिंह बुगै, सलाहकार जसपाल सिंह चेयरमैन मोहन सिंह सुखविंदर सिंह गिल, जगबंट सिंह, प्रितपाल सिंह, अवतार सिंह सोखी, सविंदर सिंह आदि ने विचार रख सरकार के इस कदम की भरपूर सराहना की।