जमशेदपुर।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार भगवान सिंह के 82 वर्षीय पिताजी सरदार सौदागर सिंह नहीं रहे. सोमवार की रात 10:30 बजे हृदय गति रुकने से टीएमएच में उनका निधन हो गया. पिछले एक सप्ताह से भी आईसीयू में भर्ती थे. सौदागर सिंह मानगो गुरुद्वारा के ट्रस्टी एवं शहर के प्रतिष्ठित परिवहन व्यवसाई हैं.
उनके निधन की जानकारी मिलते ही रात में भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, परमजीत सिंह काले, जसवीर सिंह सोनी आदि पहुंचे और रात में ही पार्थिव देह को नेशनल हाईवे बालीगुमा स्थित उनके न्यू पीएमटी कार्यालय में रख दिया गया. जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए विभिन्न गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान, पदधारी, राजनीतिक संगठनों के नेता पदाधिकारी एवं विधायक मंत्री पहुंच रहे हैं.
सुबह में अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे पूर्व मंत्री एवं विधायक सरयू राय ने कहा कि उन्होंने अपना एक शुभचिंतक एवं मार्गदर्शक खो दिया है. विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर सरदार सौदागर सिंह के साथ चर्चा होती रहती थी और सिख समाज के उत्थान विकास के लिए उनके मन में काफी जज्बा रहा है.
सरदार सौदागर सिंह अपने पीछे पत्नी सुरजीत कौर और बेटे हरजिंदर सिंह, भगवान सिंह, जसवीर सिंह, अवतार सिंह तथा भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. सरदार भगवान सिंह ने बताया कि बड़े भाई हरजिंदर सिंह एवं परिवार के अन्य सदस्य मंगलवार को पंजाब से लौट रहे हैं और बुधवार की सुबह 9:00 बजे पार्थिव देह डिमना रोड स्थित आवास पर लाया जाएगा. वहां से अंतिम यात्रा 10:00 बजे मानगो गुरुद्वारा साहिब और उसके उपरांत स्वर्णरेखा बर्निंग घाट ले जाई जाएगी और अरदास के उपरांत अग्नि को भेंट की जाएगी.
सौदागर सिंह के निधन पर तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के महासचिव सरदार इंदरजीत सिंह, प्रधान गुरमीत सिंह तोते, जेजीपीसी शैलेंद्र सिंह, ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन के राजीव रंजन सिंह, सुजीत सिंह, बिट्टू तिवारी, अजय सिंह, अमित, टिंकू सिंह, पिंटू सिंह, प्रधान निशान सिंह, झारखंड सिख विकास मंच अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू, झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला, कुलविंदर सिंह पन्नु, प्रधान कुलविंदर सिंह, प्रधान दलबीर सिंह, ट्रस्टी संता सिंह, प्रधान महेंद्र सिंह, नरेंद्र पाल सिंह भाटिया, गुरदयाल सिंह, सुखविंदर सिंह राजू, हरविंदर सिंह मंटू, अजीत सिंह गंभीर, आदि ने शोक जताते हुए पंथ के लिए अपूरणीय क्षति बताया है