जमशेदपुर।
हर साल की तरह लौहनगरी की सिख संगत पुराने साल को अलविदा और नए साल का स्वागत गुरु की निगही गोद में करेगी. इसे लेकर गुरु नानक सेवा दल और बीर खालसा दल के संयुक्त तत्वाधान में साकची गुरुद्वारा मैदान में 30 व 31 दिसंबर को दो दिवसीय महान कीर्तन दरबार सजाया जायेगा. सिख जत्थेबंदी ने इसकी तैयारियां तेज कर दी है. ठंड में संगत की सुविधा का ख्याल रखते हुए विशाल पंडाल का निर्माण किया जा रहा है.
जमशेदपुर में होने वाले सबसे बड़े धार्मिक समागम की रूपरेखा मंगलवार को गुरु नानक सेवा दल के प्रधान हरविंदर सिंह मंटू ने साझा की. निर्माणाधीन पंडाल में मंटू ने पत्रकारों को बताया कि इस साल सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश उत्सव को समर्पित कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा की नए साल में युवा पब और होटलों से दूर रहें और उनका सिख इतिहास से जुड़ाव हो, इसी उद्देश्य के साथ हर साल समागम सजाया जाता है. इस साल नगर कीर्तन 29 दिसंबर को होने के कारण दो दिन समागम सजाया जायेगा. उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी खास धन्यवाद किया, कि उनके द्वारा शहीदों का सम्मान राष्ट्रीय स्तर पर किया.
ये करेंगे संगत को निहाल, 31 दिसंबर को बंटेगा गुरु का अटूट लंगर
दो दिवसीय समागम में संगत को निहाल करने पंथ प्रसिद्ध विद्वान जमशेदपुर की संगत के दर्शन करेंगे. इनमें कथावाचक ज्ञानी गुरविंदर सिंह जम्मूवाले, कीर्तनी भाई साहेब भाई गुरप्रीत सिंह श्री दरबार साहेब अमृतसर वाले, भाई साहेब भाई जगजीत सिंह बबीहा दिल्ली वाले गुरवाणी के वचनों से संगत को निहाल करेंगे. साकची के हजूरी रागी भाई गुरशरण सिंह भी संगत को गुरु भक्ति में लीन करेंगे. मंटू ने बताया की 31 दिसंबर की दोपहर संगत के बीच गुरु का अटूट लंगर भी वितरित किया जायेगा. गुरु रामदास सेवक जत्था की ओर से दोनों दिन चाय नाश्ता की सेवा की गई है.
ये थे उपस्थित
पत्रकार वार्ता में हरविंदर सिंह मंटू के अलावा अजीत गंभीर, श्याम सिंह, पप्पू भाटिया, गुरदेव सिंह राजा, ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के सतनाम सिंह गंभीर, रिखराज सिंह रिक्की, सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान सतबीर सिंह गोलडू, मनमीत सिंह, पप्पी बाबा, त्रिलोचन सिंह लोची, राजा सिंह, चरणजीत सिंह, तरणपरीत सिंह बन्नी, सुरेन्द्र सिंह हैप्पी, हरबीर सिंह भाटिया, आजाद सिंह कश्यप, अमन सिंह, नरेन्द्र सिंह निंदी, अमरीक सिंह, दलबीर सिंह गोल्डी, अमरपाल सिंह आदि मौजूद थे.