जमशेदपुर। मानगो गुरुद्वारा सिंह सभा के ट्रस्टी सौदागर सिंह की अंतिम अरदास में शामिल पतख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी के महासचिव सरदार इंदरजीत सिंह, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, हजूरी ग्रंथी गुरप्रताप सिंह आदि ने भक्त फरीद एवं महान गुरुओं की वाणी को उद्धृत करते हुए कहा कि सरदार सौदागर सिंह ने अपने जीवन का बड़ा समय सदुपयोग में लगाया। गुरु घर की सेवा करते रहे और जरूरतमंदों की मदद करने में भी पीछे नहीं रहे। परमेश्वर ही व्यक्ति की जिंदगी के बारे में जानता है और ऐसे में भौतिक पदार्थों की बजाए व्यक्ति को जन सेवा में समय लगाना चाहिए और वही सरदार सौदागर सिंह ने जीवन भर किया। वे अपने तो गुरु के रास्ते पर चले और उनका परिवार भी उन्हीं रास्ते पर चला और गुरु महाराज की कृपा है कि भगवान सिंह आज कोल्हान के सिखों का नेतृत्व कर रहे हैं। अपने कामों के कारण सौदागर सिंह संगत की स्मृति पटल पर बने रहेंगे और उनकी सेवा अनुकरणीय है।
इससे पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व विधायक रामचंद्र सहिस, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सचेतक एवं विधायक मंगल कालिंदी, झारखंड जनतंत्र मोर्चा नेता सुबोध श्रीवास्तव, झारखंड विकास मंच के अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला, सामाजिक कार्यकर्ता शिवशंकर सिंह, शाहिद भाई, रामगढ़िया सभा के प्रधान केपीएस बंसल, प्रधान निशान सिंह, प्रधान गुरमीत सिंह तोते, प्रधान सुखविंदर सिं, प्रधान कुलविंदर सिंह, प्रधान लखविंदर सिंह, प्रधान महेंद्र सिंह भाटिया, प्रधान चंचल सिंह, कार्यकारी प्रधान तरसेम सिंह सेम्मे, ट्रस्टी संता सिंह, प्रधान जगजीत सिंह, जसवंत सिंह,प्रधान मोहिंदर सिंह बोजा, हरविंदर सिंह, ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन के राजीव रंजन सिंह पिंटू सिंह बिट्टू तिवारी सुधीर सिंह जसवीर सिंह सोनी, अजय अग्रवाल, सुरजीत सिंह खुशीपुर, कुलविंदर सिंह पन्नू, बीबी कमलजीत कौर, बीबी दलबीर कौर, हरविंदर सिंह मंटू, अजीत सिंह गंभीर सहित एक हजार से ज्यादा लोग अंतिम अरदास में शामिल हुए।
इसके पूर्व सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार भगवान सिंह के डिमना रोड स्थित आवास पर पिछले आठ दिनों से चल रहे सहज पाठ का भोग डाला गया और मानगो गुरुद्वारा साहिब में भाई मनदीप सिंह अमृतसर के जत्थे ने गुरुवाणी गायन किया और चाईबासा गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह खोखर, रविंद्र सिंह, परमजीत सिंह काले, अमृतपाल सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
परिवार की ओर से हरजिंदर सिंह, जसवीर सिंह, अवतार सिंह और प्रधान भगवान सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहब जी महाराज एवं संगत के प्रति आभार जताया।