चरणजीत सिंह,
जमशेदपुर
तख्त पटना साहेब के पांच सिंह साहेबानों द्वारा शनिवार को सीजीपीसी संचालन कमेटी को भंग किये जाने के बाद जमशेदपुर की सिख राजनीति गर्म हो गई है. ‘इनसाइड झारखंड न्यूज’ ने शनिवार को चली खबर में ही इसके संकेत दे दिए थे. रविवार को शैलेंद्र सिंह पर पलटवार करते हुए सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने कहा है की सीजीपीसी का चुनाव संविधान अनुसार होगा. कोई जोर-जबरदस्ती से प्रधान नहीं बन सकता है. जहां तक मेरे कार्यकाल की बात है वह 31 अगस्त 2021 तक था, लेकिन कोरोनाकाल के कारण चुनाव नहीं हुआ. मुखे ने कहा की मैंने
तख्त श्री अकाल तख्त साहिब के पंज सिंह साहिबान के हुक्मनामा का पालन किया है, कभी उल्लंघन नहीं किया है. शैलेंद्र पर इशारा करते हुए कहा की कुछ लोगों ने जत्थेदार का अपने प्रभाव का दबाव बनाकर गलत इस्तेमाल किया और उन्हें गुमराह किया है. मुखे ने कहा की शैलेन्द्र सिंह का कार्यकाल भी 2021 को ही समाप्त हो चुका है. अब शैलेन्द्र सिंह झारखंड प्रदेश गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव जल्द कराएं. मुखे ने कहा की मेरी क्या औकात की मैं जबरदस्ती प्रधान बन जाऊं. जिस नाम की सहमति बनेगी या चुनाव होगा यह आम सभा में तय होगा. मुखे ने कहा की शैलेन्द्र सिंह ही एक ऐसा व्यक्तित्व है जो कभी समाज को एकजुट नहीं होने देते, क्योंकी उनकी स्वार्थ की पूर्ति नहीं होती हैऔर हमेशा कभी हमारे पक्ष रहकर भगवान सिंह, कभी भगवान सिंह के साथ रहकर हमारी और कभी इंद्रजीत सिंह की और अलग अलग लोगों के खिलाफ भड़काकर अपना स्वार्थ साधते हैं और गुमराह करते हैं. उन्होंन कहा की शैलेन्द्र सिंह जिस दिन इस तरह का काम छोड़ देंगें निश्चित रूप से समाज में एकता हो जाएगी.