जमशेदपुर।
गुर पुरे हरि नाम दृड़ाया, बिन नावे हर जीवन बिरथा…समरथ गुरु सिर हथ धरयो, रामदास गुरु हर सथ कियो…डिठे सबे थाव नहीं धुद जेहया, वाहेगुरू जी…भाई बलदेव सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहेब वाले ने आदि इलाही वाणी से संगत को गुरु जस में लीन किया. मौका था सिख धर्मावलंबियों के चौथे गुरु श्री गुरु रामदास साहिब जी के अवतार दिवस का, जो कि सोमवार को सोनारी कागलनगर क्लब हाउस में श्रद्धाभाव व हर्षोल्लाष के साथ मनाया गया. श्री गुरु रामदास सेवा दल के बैनर तले आयोजित धार्मिक समागम में संगत को गुरु उपदेशों से निहाल करने के लिए अमृतसर व पटना साहिब के पंथ प्रसिद्ध कीर्तनीये व प्रचारक आए हुए थे. जिनमें कीर्तनी भाई कविंदर सिंह हजूरी रागी जत्था तख्त श्री पटना साहिब, कीर्तनी भाई गुरदीप सिंह टाटानगर वाले, कीर्तनी बीबी सरबजीत कौर सोनारी ने भी संगत का समा बांधा. इस मौक़े पर दल की ओर से इलाके के बुजुर्ग और बेहतर शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया, जिसमें डॉ कृपाल सिंह सिद्धू, बीबी जसवंत कौर समेत सरदार शैलेंद्र सिंह, भगवान सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, सतबीर सिंह सोमू, परविंदर सिंह सोहल, चिंटू सिंह, टीटू वालिया आदि शामिल हैं.
धार्मिक मंच में सीजीपीसी बवाल की निंदा, भगवान सिंह के लिए मांगा समर्थन
सोनारी में धार्मिक समागम के दौरान गुरदयाल सिंह मंच में सम्बोधित करते हुए खुद को रोक नहीं सके और ना ना करते हुए भी रविवार को सीजीपीसी में हुई बवाल को लेकर बोल पये. भगवान सिंह का समर्थन करते हुए उन्हें सीजीपीसी प्रधान के लिए योग्य बताया. भगवान सिंह ने भी मंच से कल की घटना के लिए माफी मांगी. उन्होंने कहा की मुखे के नेतृत्व में नगर कीर्तन किसी भी हालात में निकलने नहीं देंगे. उन्होंने कहा की मेरे बेटे के खिलाफ भला बुरा कहने के कारण ही माहौल बिगड़ा. क्योंकि मुखे खुद प्रधान बनना चाहते थे.
दोपहर ढाई बजे समागम की समाप्ति उपरांत सरबत के भले की अरदास हुई और संगत के बीच गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया. लंगर बुफे सिस्टम था. इसके अलावा संगत खासकर बच्चों को दीवान के प्रति आकर्षित करने के लिए चैयरमेन गुरदयाल सिंह की दिलचस्प सोच के तहत गोलगप्पा, चौमिन के स्टॉल भी लगाए गए थे.
इनका रहा सहयोग
समागम को सफल बनाने में संस्था के प्रधान बलबीर सिंह गिल, गुरदयाल सिंह, मंजीत सिंह, सुरजीत सिंह, एचएस बेदी, दलजीत सिंह, यशवंत सिंह, सतबीर सग्गू, हरबंश सिंह, हरजीत सिंह, सतवंत सिंह, बंटी सिंह, अमरजीत सिंह, हरभजन सिंह, बीबी अनूप सोहनपाल, सरबजीत कौर, सुरजीत कौर, जसपाल कौर, कुलवंत कौर, जसबीर कौर, नौजवान सभा के तेजपाल सिंह, नागेंद्र सिंह, हर्ष नागी, हरजीत सिंह, चमनदीप गिल, अमनदीप आदि लगे हुए हैं