जमशेदपुर : जी हां. कुछ इसी तरह का एक वायका शहर के उलीडीह से सामने आया है. यहां पर गलती किसी और न की थी और सजा किसी और को मिल रही है. हुआ यूं था एक युवक किसी युवती के साथ फरार हो गया है. इसके बाद पुलिस ने युवक के दो भाइयों को घर से उठा लिया और उसे थाने पर लाकर प्रताड़ित किया.
एक बेटा फरार हो गया और बाकी के दो बेटों को पुलिस के हाथों प्रताड़ित होता देख मां पूरी तरह से टूट गई और खुद ही आत्महत्या का प्रयास किया. हालाकि उसे किसी तरह से बचा लिया गया. फिलहाल एमजीएम अस्पताल में उसका ईलाज चल रहा है.
आखिर मां का क्या है कसूर
आखिर पूरे मामले में मां का क्या कसूर है. क्या मां ने ही अपने एक बेटे को किसी युवती को लेकर भागने को कहा था? क्या मां ने ही दोनों बेटों को पुलिस के सुपुर्द किया था? अगर ऐसा नहीं है तब सजा किसी और को क्यों मिल रही है? यह शहर के लोग ही पुलिस कप्तान से जानना चाह रहे हैं.
10 दिनों से है फरार
आशंका व्यक्त की जा रही है कि मां का बेटा पिछले 10 दिनों से किसी युवती के साथ फरार हो गया है. अब पुलिस को लग रहा है कि दो भाईयों को थाने पर रखकर प्रताड़ित किए जाने से फरार भाई कोर्ट या थाने में सरेंडर कर सकता है.
पुलिस कप्तान तक पहुंचा है मामला
पूरी घटना की जानकारी अब पुलिस कप्तान तक भी पहुंच गई है. पुलिस कप्तान ने इस विषय को लेकर उलीडीह पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया है.