जमशेदपुर : सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने जुगसलाई के टाटा स्टील पावर हाउस गेट नंबर 3 के सामने जुस्को की ओर से बनाये गये जानलेवा स्पीड ब्रेकरों को बदलने की मांग की है. जुस्को के प्रबंध निदेशक रितुराज सिन्हा को लिखे पत्र में कहा है कि कम झटके देने वाला स्पीड ब्रेकर लगाया जाए. यह जानकारी अध्यक्ष विजय आनंद मूनका और मानद महासचिव मानव केडिया ने दी.
अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि टाटा स्टील पावर हाउस नंबर-3 गेट, जुगसलाई के ठीक सामने पर हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिये जुस्को के द्वारा स्पीड ब्रेकरों का निर्माण किया गया है लेकिन इसकी बनावट ऐसी है कि यह राहगीरों के लिये खतरनाक साबित हो रहे हैं. क्योंकि इससे वाहन चालकों को काफी झटके लग रहे हैं और इन झटों से किसी भी वक्त किसी वाहन चालक की रीढ़ की हड्डी टूटने का अंदेशा है. विशेषकर बुजुर्गों को ज्यादा परेशानी हो रही है. इस रास्ते से रोज के दिनों में आवाजाही करने वाले वाहन चालकों को रोज इस तरह के खतरनाक झटके झेलने होंगे. तो उनकी रीढ़ की हड्डी में असर पड़ना निश्चित है.
फुट ओवरब्रिज की मांग पूरी नहीं की
अध्यक्ष ने बताया कि इस स्थान पर हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुये सिंहभूम चैम्बर ने यहां पर फुटओवर ब्रिज निर्माण हेतु जुस्को से आग्रह से किया था लेकिन इसके स्थान पर जुस्को द्वारा यहां पर स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया गया है. उपाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल गोल्डी एवं सचिव सुरेश शर्मा लिपु ने कहा कि जुस्को के प्रबंध निदेशक से टाटा स्टील पावर हाउस नंबर-3 गेट, जुगसलाई के ठीक सामने इन स्पीड ब्रेकरों को हटाकर इसके स्थान पर यहां फुटओवर ब्रिज निर्माण के सिंहभूम चैम्बर के आग्रह पर पुर्नविचार करने की मांग भी की गई है. यहां पर दुर्घटनाओं को रोकने में ज्यादा कारगर साबित होगा.
इनका भी रहा समर्थन
चैम्बर के अन्य पदाधिकारियों में उपाध्यक्ष अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, सचिव भरत मकानी, बिनोद शर्मा, सुरेश शर्मा लिपु, कोषाध्यक्ष सीए अनिल रिंगसिया ने भी मांग को समर्थन किया है.