जमशेदपुर : बागबेड़ा के हरहरगुट्टू कृष्णापुरी के रहने वाले समरजीत कुमार सिंह ने शुक्रवार को एसएसपी ऑफिस के शिकायत कोषांग में ज्ञापन सौंपकर उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि रंजीत पांडेय ने उनके भाई आशीष सिंह की साजिश के तहत हत्या की है, लेकिन इस मामले को थाना प्रभारी ने दर्ज नहीं किया बल्कि आरोपी पक्ष की ओर से झूठा मामला दर्ज कर लिया गया है. अब उन्हें रंगदारी के केस में फंसा देने की धमकी भी मिल रही है.
10 मई को हथौड़ा से किया गया था हमले का प्रयास
समरजीत ने मामले में कहा है कि 10 मई को उन्हें थाने पर बुलाया गया था. इस बीच वे परिवार के सदस्यों के साथ थाने में गए थे. लौटते समय मेडिकल दुकान के पास रंजीत पांडेय, अनिल झा, कृष्णा पात्रो, आकांक्षा पांडेय और टी पांडेय खड़े थे. सभी ने गाली-गलौज करते हुए रोका और मारपीट की. रंजीत पांडेय ने हथौड़ा लेकर भी जानलेवा हमले का प्रयास किया. रंजीत की पत्नी ने समरजीत की पत्नी का बाल पकड़कर मारपीट की. धमकी दी गई कि दोबारा थाना गया तो रंगदारी का मामला दर्ज कराकर पूरे परिवार को फंसा देंगे.
क्या है मामला
रंजीत पांडेय और आशीष सिंह दोनों पार्टनर के रूप में सालों से काम कर रहे थे. 19 फरवरी को हादसा होने के बाद 17 मार्च को आशीष की ईलाज के दौरान दिल्ली के अपोलो अस्पताल में मृत्यु हो गई. घटना के बाद रंजीत पांडेय ने बागबेड़ा थाने में 18 अप्रैल को समझौता पत्र बनवाया था. उसमें लिखा था कि वह जमीन का सेल डीड देगा या 20 लाख रुपये हिस्से का देगा. समझौता के बाद भी वह कुछ भी नहीं दे रहा है. अब जबकि रंजीत की ओर से थाने में मामला दर्ज करवा दिया गया है तब समरजीत और परिवार के सदस्यों को लग रहा है कि उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही है.
