जमशेदपुर : छह माह से बंद पड़े बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना के काम को तत्काल शुरू करने की मांग तेज हो गई है। इसे लेकर बागबेड़ा, कीताडीह और घाघीडीह क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने जिला परिषद किशोर यादव के नेतृत्व में शुक्रवार से 51 घंटे के अनशन पर शुरू कर दिया है। किशोर यादव ने बताया कि योजना का काम विभागीय एवं कार्यपालक एजेंसी आइएलएफएस की लापरवाही के कारण पिछले 6 माह से काम बंद है। गर्मी शुरू होने को है और बागबेड़ा, कीताडीह और घाघीडीह क्षेत्र में जल संकट शुरू हो चुका है। इसलिए बचे क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाने और बड़ौदा घाट पर नदी पार करने के लिए पुल निर्माण का काम अविलंब शुरू करने की मांग की गई ताकि बारिश से पूर्व काम पूरा हो सके। बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना 2015 में शुरू हुई थी और इसे 2018 में पूरा होना था। परंतु 2021 में भी योजना अधूरी है। स्थिति यह है कि योजना की 237 में 211 करोड़ रुपए की राशि खर्च होने के बावजूद तीनों क्षेत्रों के लोगों को एक बूंद पानी नहीं मिल रहा है।