जमशेदपुर : टाटा-हाता मुख्य मार्ग की जर्जर स्थिति ने अब तक कई जिंदगियों को निगल लिया है. बीते दो वर्षों से इस सड़क पर कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं, जिसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मार्ग की खराब हालत के कारण कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं और कुछ की तो मौत भी हो चुकी है.
यह सड़क जमशेदपुर को हाता और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से जोड़ने वाली मुख्य मार्ग है, जिस पर प्रतिदिन हजारों वाहन चलते हैं।. हाता चौक से लेकर सुंदरनगर तक करीब 15 किलोमीटर की सड़क में जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं. खासकर तेतला काली मंदिर, तुड़ी, गीतीलता, तूरामडीह चौक और खालसा होटल के समीप सड़क की हालत अत्यंत खराब है. स्थानीय निवासी पीयूष गोस्वामी, शंकर चंद्र गोप, दीपक पाल और अन्य दुकानदारों ने बताया कि वाहन चालक गड्ढों से बचने के प्रयास में रॉन्ग साइड में गाड़ी ले जाते हैं, जिससे टक्कर की आशंका बनी रहती है. कई बार ऐसी घटनाएं घातक सिद्ध हुई हैं.
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि बीते दो वर्षों में कई बार सड़क मरम्मत को लेकर विभाग को लिखित में सूचना दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. लोगों ने इस सड़क को “जीवन रेखा” बताते हुए जल्द से जल्द इसकी मरम्मत की मांग की है. स्थानीय जनता में विभागीय लापरवाही को लेकर आक्रोश है. लोगों का कहना है कि सड़क की मरम्मत नहीं होने के कारण यहां दुर्घटनाएं होती रहती है.