भुवनेश्वर/ जमशेदपुर : टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड (टीएसएमएल) ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के साथ जाजपुर, ओडिशा में स्थित अपने फेरो एलॉय प्लांट के लिए तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है. टीएसएमएल और बीपीसीएल के प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति में गुरुवार को यहां समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. एमओयू का आदान-प्रदान हेमंत शर्मा, प्रमुख सचिव, उद्योग विभाग, ओडिशा सरकार की उपस्थिति में किया गया, जिन्होंने सस्टेनेबिलिटी पहल की सराहना की और कहा, “मैं बीपीसीएल और टाटा स्टील माइनिंग को गैस विक्रय समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए बधाई देता हूं जो ओडिशा में कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद करेगा.
बीसीसीएल पाइपलाइन के जरिए प्राकृतिक गैस की करेगा आपूर्ति
इस एमओयू के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र में भारत की अग्रणी तेल और गैस कंपनी बीपीसीएल जाजपुर में टीएसएमएल के फेरो एलॉय प्लांट को अपनी पाइपलाइन के माध्यम से प्राकृतिक गैस की समझौते के अनुरूप आवश्यक मात्रा की आपूर्ति करेगी. यह समझौता, जो टाटा स्टील माइनिंग की सस्टेनेबिलिटी पहल का एक हिस्सा है, व्यवसाय को अपने कार्बन फुटप्रिंट को महत्वपूर्ण रूप से कम करने में मदद करेगा, क्योंकि यह फर्नेस ऑयल के बजाय स्वच्छ ईंधन एलएनजी का उपयोग करके फेरो एलॉय का उत्पादन करने की अनुमति देगा, जिससे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में काफी कमी आएगी.
डीकार्बोनाइजेशन के लक्ष्य की ओर बढ़ रही कंपनी
इस अवसर पर पंकज सतीजा, मैनेजिंग डायरेक्टर, टाटा स्टील माइनिंग ने कहा कि, “बीपीसीएल के साथ हमारी साझेदारी जाजपुर में हमारे फेरोअलॉयज संयंत्र के लिए एलएनजी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करेगी. यह समझौता ज्ञापन डीकार्बनाइजेशन और हमारी सस्टेनिबिलिटी की योजना के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है. हमें लगता है कि हमारे कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में हमारी सहायता करने के अलावा इस संबंध का पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. मौके पर रऊफ एम खान, हेड (जीएएस), ईस्ट, बीपीसीएल ने कहा, “हम टाटा स्टील माइनिंग के साथ जुड़ने और उन्हें उनके संचालन के लिए प्राकृतिक गैस की आपूर्ति करने पर खुशी हैं, जिससे हम डीकार्बोनाइजेशन के लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं.”
सस्टेनेबिलिटी लक्ष्यों की प्राप्ति में महत्वपूर्ण होगा एमओयू
यह एमओयू टाटा स्टील माइनिंग की सस्टेनेबिलिटी लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और हरित भविष्य की दिशा में कंपनी के प्रयास को और मजबूत करता है. कंपनी सक्रिय रूप से अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और पर्यावरण की रक्षा के लिए विभिन्न पहलों की तलाश कर रही है और उन्हें अपना रही है. विशेष रूप से, टीएसएमल ने हाल ही में गेल (इंडिया) लिमिटेड के साथ कटक में अथागढ़ में अपने फेरो एलॉय संयंत्र को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए स्वच्छ ईंधन के साथ फर्नेस ऑयल को बदलने के लिए समझौता किया है.