जमशेदपुर: टाटा स्टील ने आज जुबली पार्क में अपने संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा को उनकी 184वीं जयंती की पूर्व संध्या पर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर जमशेदपुर में विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया गया, जो इस शहर एवं इसके परिचालन स्थलों के प्रति समूह की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस वर्ष के समारोह का विषय “ग्रीनोवेशन-मेक टुमॉरो ग्रीन” है।
जुबली पार्क में प्रकाश सज्जा का किया उदघाटन
संस्थापक दिवस के पूर्व संध्या पर टाटा ग्रुप के वाइस चेयरमैन नोबेल एन टाटा ने जुबली पार्क में विधुत सज़्ज़ा का उदघाटन किया। इस दौरान टाटा स्टील के सीईओ एवं एम डी टीवी नरेन्द्र के साथ अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।
पार्क में बने नए अग्नि संरचना का भी किया उदघाटन
टाटा स्टील के वाइस चेयरमैन ने जुबली पार्क के भीतर निर्मित शानदार ‘अग्नि’ संरचना का भी उद्घाटन किया। इस संरचना को धरती माता से उठने वाली एवं आकाश तक पहुँचने वाली ज्वाला के रूप में व्यक्त किया गया है। अग्नि भारतीय संस्कृति में कई चीजों जैसे पवित्रता, आध्यात्मिकता, ज्ञान और प्रभुत्व का प्रतीक है, जो सत्य के मार्ग की ओर ले जाती है। इस संरचना को दो भागों सब ग्राउंड स्ट्रक्चर (नींव) और सुपरस्ट्रक्चर (मूर्तिकला) में बांटा गया है। इस संरचना को टाटा स्ट्रक्चरा वाईएसटी 355 स्टील ट्यूब्स से बनाया गया है।
स्टील एवं उसके अनुप्रयोगों की बहुआयामी उपयोगिता को साझा करने के लिए, टाटा स्टील ने स्टील स्ट्रक्चरल हॉलो सेक्शन का उपयोग करके अपनी रचनात्मकता को दर्शाने हेतु दुनिया भर के आर्किटेक्ट्स को एक मंच पर लाने के लिए एक वैश्विक डिजाइन प्रतियोगिता ‘नोशन्स ऑफ इंडिया’ की संकल्पना की। यह प्रतियोगिता टाटा स्ट्रक्चरा के समकालीन वास्तुशिल्प चमत्कारों और भविष्य के अभिनव समाधानों को सक्षम करने के मिशन को भी सुदृढ़ बनाती है। वर्ष 2021 में आयोजित इस प्रतियोगिता के दूसरे संस्करण में ‘अग्नि’ विजेता प्रविष्टियों में से एक थी, जिसमें 13 देशों के प्रतिभागियों से 5,200 से अधिक पंजीकरण हुए थे।
कोविड वारियर पार्क का भी उदघाटन
जमशेदपुर के स्ट्रेट माइल रोड के किनारे कोविड वारियर पार्क का उद्घाटन टाटा स्टील के वाइस चेयरमैन नोएल एन टाटा किया। यह संरचना अग्रिम पंक्ति के वारियर्स के सर्वोच्च प्रयासों के प्रति समर्पित है जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान करते हुए महामारी के दौरान सेवा की। टाटा स्टील ने फाइबर रिइंफोर्स्ड पॉलीमर (एफआरपी), जो कि इसका न्यू मैटेरियल बिजनेस है, का उपयोग कर डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों एवं सफाई कर्मचारियों के पुतलों का निर्माण करने का निर्णय लिया, जिन्हें यहां प्रदर्शित किया गया है।
इस पार्क को एक डॉक्टर, नर्स (स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता), पैरामेडिकल स्टाफ, सैनिटेशन वर्कर और सुरक्षा कर्मियों को कोविड वारियर के रूप में चित्रित करने वाले पांच केंद्रीय कला रूपों में डिजाइन किया गया है। इन कला रूपों का प्लेसमेंट एक पेंटागन के आकार में है, जिसमें पांच कोविड वारियर के ऊपर मध्य से तीन हाथों की मूर्ति है। तीन हाथों वाली केंद्रीय मूर्ति कोविड महामारी के खिलाफ समाज की रक्षा के लिए उनकी निस्वार्थ सेवाओं का प्रतीक है। इन कोविड वॉरियर आर्टफॉर्म को एफआरपी में 3 मीटर ऊंचे पुतलों के रूप में डिजाइन किया गया है, जबकि केंद्रीय मूर्ति 4.5 मीटर लंबी है। यह पार्क 2500 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। यहां केंद्रीय मूर्तिकला में समाहित पांच दिशात्मक फुटपाथों की डिजाइन कोविड वारियर्स के महत्वपूर्ण योगदान को प्रकट करती है।
बंजर भूमि को दिया नया रुप
इस साल स्टील सिटी में एक और महत्वपूर्ण योगदान नेचर ट्रेल है, जिसका उद्घाटन आज नोएल एन टाटा ने किया। जमशेदपुर में प्रकृति प्रेमियों के लिए लगभग 21 एकड़ की बंजर भूमि को जमशेदपुर नेचर ट्रेल में बदल दिया गया है। अपनी सस्टेनेबिलिटी पहल के हिस्से के रूप में, टाटा स्टील ने शहरी बंजर भूमि से शहरी वन अवधारणा की परिकल्पना की और दो साल की अवधि के भीतर इसे सफलतापूर्वक विकसित किया है। यह परियोजना जमशेदपुर में हरित आवरण को बढ़ाने, जमशेदपुर में पर्यावरण के अनुकूल आवास बनाने, प्राकृतिक जल निकायों एवं आर्द्रभूमि क्षेत्रों को पुनर्जीवित करने और सार्वजनिक खुले मनोरंजक स्थानों का निर्माण करके आवासीय क्षेत्रों में सौंदर्य में सुधार लाने के व्यापक उद्देश्यों के साथ तैयार की गई है।
यह परियोजना देशी प्रजातियों एवं बांस के घने वृक्षारोपण तथा 21000 से अधिक पौधारोपण और असंख्य पारिस्थितिक तंत्रों से युक्त हरित आवरण के साथ लघु वन अवधारणा का परिचय देती है। जमशेदपुर नेचर ट्रेल डिजाइन को तीन परतों अर्थात्, श्रीवन, महावन, तपोवन, जिनका प्राचीन काल में वन वर्गीकरण के क्षेत्र में काफी महत्व था, के रूप में विकसित किया गया है।
शहर के 40 से अधिक गोलचक्कर को सजाया गया है।
इस वर्ष शहर भर में 40 से अधिक गोलचक्करों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर रोशनी से प्रकाश व्यवस्था की गई है। शहर भर के हेरिटेज भवनों और पार्कों को भी रोशन किया गया है। इनमें टाटा स्टील यूआईएसएल कार्यालय, टाटा वर्कर्स यूनियन, फायर टेम्पल, रेलवे स्टेशन, टाटा मेन हॉस्पिटल, सेंटर फॉर एक्सीलेंस, बेलडीह चर्च, बैप्टिस्ट चर्च, स्कूल ऑफ होप, टाटा पिगमेंट गेट, गोलमुरी क्लॉक टॉवर शामिल हैं।
प्रत्येक वर्ष, टाटा स्टील, टाटा समूह की अन्य कंपनियों के साथ संस्थापक की जयंती तथा उसके मूल में सामुदायिक कल्याण के साथ एक औद्योगिक भविष्य के उनके दृष्टिकोण का जश्न मनाती है