Ashok Kumar
जमशेदपुर : सिदगोड़ा शिवसिंह बगान के रहनेवाले मनप्रीत पाल सिंह की हत्या 8 जून 2022 को उसके घर में घुसकर उसके साथियों ने ही गोली मारकर कर दी थी. घटना के आरोपी और भुक्तभोगी आपस में दोस्त ही थे. बावजूद मनप्रीत की हत्या इस कारण से कर दी गयी थी कि गौरव गुप्ता और जय गुप्ता पर फायरिंग मामले में उसने गवाही दी थी. गवाही देकर वह घर लौटा ही था कि उसकी हत्या सुनियोजित तरीके से कर दी गयी थी. अब दोस्तों में ही वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गयी है.
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चर्चा में है अब किसकी बारी
मनप्रीत की हत्या के बाद सेवानिवृत सिपाही कालिका सिंह का बेटा अक्षय सिंह, राहुल सिंह के अलावा गौरव गुप्ता और नवीन सिंह पर लगा था. मामले का सभी आरोपी जेल गया था, लेकिन फिलहाल सभी जमानत पर बाहर आ गये हैं. मनप्रीत के खिलाफ पहले से ही जय गुप्ता और गौरव पर फायरिंग करने का आरोप था और मामला भी दर्ज कराया गया था.
कोर्ट और गोलमुरी फायरिंग में एक ही गैंग का हाथ
सोमवार को कोर्ट के बाहर फायरिंग करने और गोलमुरी के टिनप्लेट में फायरिंग करने के मामले में एक ही गैंग का नाम सामने आ रहा है. पुलिस ने इसका खुलासा सीसीटीवी कैमरा का फुजेट देखने के बाद किया है.
मनप्रीत हत्याकांड के बाद सिख समाज हो गया था गोलबंद
मनप्रीत पाल सिंह की हत्या के बाद सिख समाज के लोग सड़क पर उतर गये थे. समाज के लोगों की मांग थी आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेजे. पुलिस ने भी मामले में चार दिनों के बाद ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. आरोपियों के जेल भेजे जाने के बाद ही परिवार के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार किया था.
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