जमशेदपुर : कदमा बाजार के समीप स्थित डीबीएमएस हाईस्कूल में एक शिक्षिका द्वारा हिंदू छात्रों की कलाई पर बंधे रक्षासूत्र (कलावा) को जबरन काटे जाने का मामला सामने आया है. इस घटना की जानकारी विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और सनातन उत्सव समिति को छात्रों के अभिभावकों और अन्य माध्यमों से मिली, जिसके बाद दोनों संगठनों ने स्कूल पहुंचकर इस कृत्य पर कड़ा विरोध दर्ज कराया.
पहले भी तिलक हटाने की मिली थी शिकायतें
विहिप का कहना है कि यह पहली बार नहीं है. इससे पहले भी कुछ छात्रों द्वारा माथे पर लगाए गए तिलक को हटवाने की शिकायतें सामने आ चुकी थीं. इस बार मामले की गंभीरता को देखते हुए विहिप जमशेदपुर महानगर और सनातन उत्सव समिति के सदस्यों ने सामूहिक रूप से स्कूल प्रशासन से मिलकर विरोध जताया.
शिक्षिका ने लिखित में मांगी माफी, भविष्य में न दोहराने का आश्वासन
विरोध के बाद स्कूल प्रबंधन ने मामले की जांच की, जिसमें रक्षासूत्र हटाने की बात सही पाई गई. इसके बाद संबंधित शिक्षिका ने लिखित में माफी मांगी और भविष्य में ऐसी घटना दोबारा नहीं होने देने का आश्वासन दिया. विहिप और सनातन समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि पीड़ित छात्रों पर किसी भी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई न की जाए, अन्यथा बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा. (नीचे भी पढ़ें)
विद्यालय को गुरुकुल परंपरा का प्रतीक माना
विहिप नेताओं ने कहा कि विद्यालय गुरुकुल की परंपरा का प्रतीक है, जहां गुरु का कर्तव्य होता है कि वे छात्रों को सनातन संस्कृति और मूल्यों की शिक्षा दें. परंतु हाल के वर्षों में ऐसी घटनाओं से यह परंपरा खतरे में पड़ती दिख रही है. ऐसे प्रयासों पर रोक लगाना अनिवार्य है.
विहिप और सनातन समिति ने दी चेतावनी
संगठन ने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा हुईं तो वे व्यापक जन आंदोलन करेंगे. मौके पर विहिप के सिंहभूम विभाग मंत्री अरुण सिंह, जिलाध्यक्ष अजय गुप्ता, सनातन उत्सव समिति के संस्थापक चिंटू सिंह समेत दोनों संगठनों के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.