जमशेदपुर। जुगसलाई एमई स्कूल रोड़ स्थित श्री राजस्थान शिव मंदिर परिसर में चल रहे संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन मंगलवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धुमधाम से मनाया गया। भगवात कथा में मंगलवार को जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी शामिल होकर प्रसिद्ध जीवन प्रबंधन गुरू पंडित विजयशंकर मेहता से आर्शीवाद लिया और झारखंड के विकास की प्रार्थना की। इससे पहले व्यास पीठ से पंडित विजयशंकर मेहता ने गजेंन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन, वामन अवतार, श्रीराम कथा आदि प्रसंगों की व्याख्या जीवन प्रबंधन से जोड़कर भगवान श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि जो जागते रहते हैं, उसे ही भगवान के दर्शन होते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण रात को जन्म लेकर आए और उस समय सब सो रहे थे। भगवान हमें भी बता रहे हैं कि जो जागते रहेगा उसे ही मेरे दर्शन हो पाएंगे, जो सोएगा उसे नहीं। पंडित मेहता ने आगे कहा कि लक्ष्मी उसी को प्राप्त होती है जो पौरूषार्थी होता हैं। भगवान विष्णु में पौरूषार्थ देखकर ही लक्ष्मी माता ने उनका वरण किया था। लक्ष्मी जी हम सबको भी संकेत दे रही हैं कि मेरी रक्षा और सम्मान जो करेगा में उसी के पास टिकती हूॅ। पंडित मेहता जी के साथ आये संगीतकारों ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर बधाई गीतों की शानदार प्रस्तुति दी, जिस पर लोागें ने नृत्य भी किया। पूजा के मुख्य यजमान बीणा-जयराम चौधरी थे। आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण के लिए आ रहे हैं। 23 दिसम्बर शुक्रवार को कथा का समापन होगा। आज की कथा कार्यक्रम को सफल बनाने में चौधरी परिवार के सभी सदस्यों का योगदान रहा। कथा के पांचवें दिन बुधवार को श्रीकृष्ण रूकिमणी विवाह धूमधाम से मनाया जायेगा। पंडित मेहता श्रीकृष्ण बाल लीला, मथुरा गमन, कंस वध आदि प्रसंगों की व्याख्या करेंगें।