जमशेदपुर : मानगो में पानी की समस्या विकराल रूप लेते जा रही है. कई मोहल्लों में एक बूंद भी पानी की सप्लाई कई दिनों से नहीं हुई है. हालत यह है कि लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. पूरे मानगों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पानी की विकराल समस्या देखते हुए भाजपा नेता विकास सिंह ने देर रात एक बजे मानगो जवाहर नगर रोड नंबर-15 स्थित फिल्टर प्लांट का दौरा किया. ताकि जाना जा सके कि आखिर पानी की सप्लाई क्यों नहीं हो रही है. भाजपा नेता जब मानगो पेयजल स्वच्छता विभाग के फिल्टर प्लांट पहुंचे तो मौके पर एक भी कर्मचारी नहीं पाया, सारे कर्मचारी नदारत थे. भगवान के भरोसे ही फिल्टर प्लांट चल रहा था. विकास सिंह ने बताया कि जब वह प्लांट में जा रहे थे तो उन्हें लगा की सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकेंगे और पूछेंगे कि आप क्यों और कहां जा रहे हैं ? लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था. पूरे प्लांट में एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था. प्लांट के दौर करने के आधे घंटे बाद दो कर्मचारी भाजपा नेता विकास सिंह के पास पहुंचे. उन्होंने भाजपा नेता विकास सिंह के दौरा करने पर खुशी जताते हुए कहा कि आज तक कोई भी विभाग का अधिकारी या जनप्रतिनिधि रात के अंधेरे में तो क्या, दिन के उजाले में भी प्लांट का दौरा और निरीक्षण नहीं किया है.
बदहाल बिजली आपूर्ति व्यवस्था बनी परेशानी की जड़
मौके में मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि प्रति दस मिनट में बिजली गुल हो जाने के कारण प्लांट सही ढंग से नहीं चल पा रहा है. कभी फिल्टर प्लांट का तो कभी इंटक वेल का किसी न किसी स्थान का बिजली कटी ही रहती है. एक बार बिजली चली जाती है तो प्लांट की रफ्तार पकड़ने में आधा घंटा का समय लग जाता है. इतनी पानी की सप्लाई एक दिन में होनी चाहिए उतने हम तीन दिन में पूरा कर पा रहे हैं. मौके पर मौजूद कर्मचारी ने कहा एक भी सुरक्षाकर्मी की बहाली इतने बड़े फिल्टर प्लांट में नहीं हुई है. वे लोग डरे सहमे काम करते हैं. रात को कोई व्यक्ति अगर आकर जहरीला पदार्थ फिल्टर प्लांट में डाल देगा तो पूरे मानगो के लोगों के जान जोखिम में पड़ जाएंगे. मौके में पहुंचे भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा कि उपायुक्त को मामले की जानकारी देकर प्लांट की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी की बहाली की मांग करेंगे. इस मौके पर उन्होंने स्थानीय विधायक पर भी जमकर निशाना साधा. साथ ही कहा कि कई कमियों का दंश झेल रहा फिल्टर प्लांट अब धीरे-धीरे रख रखाव के अभाव बूढ़ा होता जा रहा है, जिसका खामियाजा मानगों के साढे तीन लाख आबादी को भुगतना पड़ रहा है.