Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले का पटमदा और बोड़ाम जहाँ सब्जियों के लिए जाना जाता है वहीँ, देशी भेड़- बकरी व मुर्गो का भी बाजार के लिए भी यह क्षेत्र प्रसिद्ध है। अधिकांश किसान वैकल्पिक तौर पर इन पशुओं का पालन कर पर्व त्योहार में अच्छे दामों में बेचकर बेहतर कमाई करते हैं। होली पास आते ही यहाँ भेड़-बकरियों की मांग भी बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्र का पटमदा और बोड़ाम का नाम तो सब्जी उत्पादन में देश के कई राज्यों तक प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र में कई प्रसिद्ध स्थल भी जैसे हाथीखेदा मंदिर, दलमा पहाड़, और डिमना लेक मछली उत्पादन के लिए जाना जाता है। रंगो के त्योहार होली को लेकर रविवार को लगने वाले हाट में काफी संख्या में खस्सी-बकरी की बिक्री हुई।
छ से साठ हजार तक में बिकी एक-एक खस्सी
एक खस्सी व्यापारी ने बताया कि रविवार को हाट में काफी अधिक भीड़ उमड़ पड़ी। बंगाल सीमावर्ती क्षेत्र में होने के कारण अधिकांश व्यापारी उधर से आते हैं। कई व्यापारी आसपास के क्षेत्र से भी आते हैं। आज के दिन करीब हजारों खस्सी की बिक्री हुई हैं। वही कुछ व्यापारी जमशेदपुर से भी पहुंचे और ऊंचे दामों में खस्सी खरीदकर ले जा रहे हैं। वही मानगो में लगने वाले हाट में पटमदा से लाये गए खस्सी अधिक दाम में बिकते है। रविवार के हाट में छ से साठ हजार तक में खस्सी की बिक्री हुई हैं।