जमशेदपुर। मानगो गुरुद्वारा सिंह सभा के ट्रस्टी सरदार सौदागर सिंह बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। स्वर्णरेखा बर्निंग घाट में अरदास के उपरांत बेटे राजेंद्र सिंह, सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, जसबीर सिंह छिरे, अवतार सिंह एवं अन्य नातेदारों ने सौदागर सिंह के पार्थिव देह को अग्नि को भेंट कर दिया। इस मौके पर तकरीबन एक हजार की संख्या में सिख एवं अन्य समुदाय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इससे पहले मानगो डिमना रोड आवास में ग्रंथी बाबा ने अरदास की और पार्थिव देह को फूलों से सजे ट्रेलर पर रखा गया और गुरबाणी कीर्तन के साथ श्मशान घाट लाया गया।
अंतिम यात्रा में पूर्व मंत्री एवं विधायक सरयू राय भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रधान शैलेंद्र सिंह, झारखंड सिख विकास मंच अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू, झारखंड सिक्ख प्रतिनिधि बोर्ड अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला, संत कुटिया गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान जसवीर सिंह संधू, खालसा क्लब के प्रधान भगवंत सिंह रूबी, पूर्व प्रधान हरजीत सिंह विरदी, रामगढ़िया सभा के प्रधान केपीएस बंसल, प्रधान निशान सिंह प्रधान कुलविंदर सिंह, प्रधान लखविंदर सिंह, प्रधान महेंद्र सिंह भाटिया, प्रधान महेंद्र सिंह बोजा, प्रधान हरमिंदर सिंह मिंदी, प्रधान सुखराज सिंह, ट्रस्टी रंजीत सिंह, रघुवीर सिंह काले, दीदार सिंह, प्रधान जगजीत सिंह, अकाली दल प्रधान सुखदेव सिंह, प्रधान अमरजीत सिंह, पूर्व प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, कार्यकारी प्रधान तरसेम सिंह, सतबीर सिंह सोमू, दलजीत सिंह दल्ली, अजीत सिंह गंभीर, परमजीत सिंह काले, कुलदीप सिंह, संदीप सिंह सोनू, सुखविंदर सिंह, बलविंदर सिंह, करतार सिंह, जत्थेदार कुलदीप सिंह, जसवंत सिंह, सुखदेव सिंह, मोनी सिंह सोनी सिंह, राजेंद्र सिंह, गुरु नानक स्कूल के हेडमास्टर सुरेश सिंह, गुरनाम सिंह, सुखविंदर सिंह राजू, चंचल भाटिया, इंदर सिंह, ट्रक डीलर एसोसिएशन के राजीव रंजन सिंह, पिंटू सिंह, टिंकू सिंह, सुजीत सिंह, बिट्टू तिवारी, मृत्युंजय सिंह, अजायब सिंह बरियार, सतनाम सिंह घुमान के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दल सामाजिक संगठन के नेता एवं पदाधिकारी भी शामिल हुए और पार्थिव देह पर शॉल भेंट एवं पुष्प चढ़ाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
परिवार के प्रति संवेदना जाहिर करने वालों के प्रति आभार प्रकट करते हुए भगवान सिंह ने बताया की 8 फरवरी बुधवार की सुबह उनके आवास पर पाठ का भोग डाला जाएगा और साढ़े बारह बजे बजे मानगो गुरुद्वारा साहिब में अंतिम अरदास होगी।