जमशेदपुर।
जमशेदपुर पुलिस ने उलीडीह में बैंक आफ इंडिया में हुई डकैती के मामले में बुधवार को बड़ा खुलासा किया.
जिला पुलिस की टीम ने डकैती करने के मास्टरमाइंड और उसकी पत्नी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के पटना जिला के बाढ़ थाना क्षेत्र निवासी मास्टरमाइंड राजीव रंजन कुमार उर्फ पप्पू उर्फ मुन्ना उर्फ अमित
सिंह उर्फ मैनेजर, उसकी पत्नी निभा कुमारी, जहानाबाद निवासी धर्मेंद्र कुमार, रांची डोरंडा निवासी नीरज बराइली और जहानाबाद
निवासी प्रमोद बिंद उर्फ संतोष शामिल है.
पुलिस ने सभी को आरोपियों को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वे लोग देश छोड़कर नेपाल जाने की फिराफ में थे.
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देशी पिस्टल, तीन देसी कट्टा, 52 गोली, 26 चांदी का सिक्का 30,100 रुपए नकद और घटना में
प्रयुक्त 2 बाइक भी बरामद की है.
एसएसपी प्रभात कुमार ने बुधवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों के पूछे जाने पर बताया कि इस गिरोह में अब तक की इनस्टीगेशन में
यह पता चला कि 100 से अधिक सदस्य इसमें काम करते हैं.
गिरोह के पूरे नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
1995 से संचालित हो रहा था गैंग
एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड राजीव रंजन उर्फ पप्पू है.
वह यह गैंग 1995 से संचालित कर रहा था. वह चार साल पहले पटना जेल से भागने का भी आरोपी है.
तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
उन्होंने बताया कि 27 सालों से यह गैंग एक ही तरीके से घटना को अंजाम देते आ रहे हैं.
यह गैंग राजस्थान, ओढ़िशा, बिहार और झारखंड के अलावा कई राज्यों में डकैती की घटना को अंजाम दे चुका है.
गैंग अपने साथ एक कंटेनर लेकर चलता है, जिसमें मोडिफिकेशन करते हुए गुप्त बॉक्स बनाया गया है. उसी में हथियार छुपाकर रखा
जाता था.
नेपाल भागने की तैयारी में थे आरोपी
एसएसपी ने बताया कि उलीडीह में बैंक डकैती को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी कोलकाता की ओर भागे थे,
जहां सभी अलग अलग होकर नेपाल भाग गए थे. मामला शांत होने के बाद सभी दुर्गापूजा में वापस पटना आ गए.
छापेमारी के दौरान पहले प्रमोद और धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद पप्पू सिंह उसकी पत्नी निभा और नीरज की गिरफ्तारी
हुई.
महिला से ही डकैती का सामान बरामद किया गया.
उन्होंने बताया कि आरोपियों द्वारा डकैती की घटना को अंजाम देने के बाद उस पैसे को रियल स्टेट के अलावा अन्य जगह इन्वेस्ट किया
जाता था,
जिसकी जांच पुलिस कर रही है. फिलहाल सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
उन्होंने बताया कि डकैती कांड में अभी चार सदस्यों की और गिरफ्तारी की जानी है.
बेउर जाले में बंद डकैत के लिए कोर्ट से मांगा प्रोडक्शन
एसएसपी ने बताया कि बेउर जेल में बंद डकैती कांड के एक आरोपी को प्रोडक्शन पर शहर लाया जाएगा.
उसके लिए कोर्ट को पुलिस ने अर्जी की है.
उससे पूछताछ के बाद और भी अहम सुराग बैंक डकैती से जुड़े होने की जानकारी प्राप्त करने की कोशिश रहेगी.
एसएसपी ने यह भी जानकारी दी कि धनबाद बैंक डकैती करने आए अपराधियों में एक सदस्य इस गैंग का ही था.
ये है मामला
गौरतलब है कि अपराधियों ने 18 अगस्त को उलीडीह थाना क्षेत्र के उलीडीह स्थित बैंक ऑफ इंडिया में डकैती की घटना को अंजाम
दिया था.
डकैतों ने बैंक से 33 लाख 68 हजार 890 रुपए नकद और 41 सील बंद पैकेट में 2324.76 ग्राम सोने के जेवरात पार किए थे.
इन जेवरात का मूल्य एक करोड़ 12 लाख 11 हजार 868 रुपए है. अपराधियों ने बैंक डकैती के साथ ही बिष्टुपुर के छगनलाल ज्वेलर्स
के कर्मचारी से बिष्टुपुर के एक बैंक के गेट से 14 फरवरी को 32 लाख रुपए की लूट की घटना को भी अंजाम दिया था.