जमशेदपुर :करमपर्व अब नजदीक है. यह पर्व भादो महीने की एकादशी को मनाया जाता है. करम पर्व से 5, 7 या 9 दिन पहले गांव की कुंवारी लड़कियां जावा (विभिन्न प्रकार के बिजों को अंकुरित किया जाता) उगाती हैं. 11 या 9 प्रकार के बीज डाले जाते हैं. इसे हल्दी और पानी देकर सिंचने का काम किया जाता है . इसका मुख्य उद्देश्य यह होता है कि खेती कार्य से पहले बिजों को चेक करने का एक पुरखेनी तरीका है.
इसके बाद प्रतिदिन कारम पर्व तक लड़कियां जावा को बाहर निकालती हैं. आंगन में पुरकेनी करम गीत गाकर नाचती हैं. यह पर्व विभिन्न जनजाति के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है.
तैयारियां जोरों पर
करम पर्व को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों मे इसकी तैयारियां जोरों पर की जा रही है. इसमें परिवार का हर सदस्य डूबा हुआ है. पर्व को लेकर गांव के लोग काफी उत्साहित हैं.