जमशेदपुर।
टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क में वन्य जीवों, विशेषकर सफेद हिरण को देखकर गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज और वहां के विभिन्न विद्यालयों से आए छात्र छात्राएं मंत्रमुग्ध हो गए। छात्र रुद्राक्ष बंदोडकर और फैकल्टी अर्चना हुडेकर ने कहा कि हमने अपनी जिंदगी मे सफेद हिरण पहली बार देखा है। वहां डॉ संजय कुमार महतो ने बटरफ्लाई के जीवन चक्र को भी विस्तार से समझाया। इससे पहले सभी नेशनल मेटालर्जिकल लेबोरेटरी में प्रक्रिया संबंधी जानकारी हासिल की। वहां अर्बन ओर रीसाइकल सेंटर में कार्यप्रणाली को उन्होंने समझा।
दिन भर के कार्यक्रम पर जानकारी देते हुए प्रो. (डॉ.) अंजिला गुप्ता, माननीय कुलपति ने बताया कि कल के उद्घाटन सत्र में खरसावां छऊ की प्रस्तुति के दौरान उनकी खुशी और उत्साह ने हमें भी संतुष्टि दी कि यूनिवर्सिटी ने जो योजना बनाई है, वो सही है। आज के सभी कार्यक्रमों से भी वो प्रसन्न हुए। इसके अंतर्गत आज वो नेशनल मेटालर्जिकल लेबोरेटरी (एनएमएल) गए। यह शहर में स्थित सीएसआईआर (CSIR) का विश्वस्तरीय शोध संस्थान है। गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज से आए छात्र छात्राओं के लिए यह जिज्ञासा शांत करने वाला रहा। मेटल और मिनरल के क्षेत्र में बेहतर शोध की जानकारी अहम है। उसके बाद आज उनके टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क देखने गए। प्रकृति प्रेमियों के लिए मनोरंजन स्थान जूलॉजिकल पार्क प्रसिद्ध जुबली पार्क के परिसर में स्थित है। यह 25 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है और वनस्पति और जीवों की एक विस्तृत विविधता का घर है। टाटा स्पोर्ट्स एकेडमी जाकर प्रसिद्ध स्पोर्ट्स पर्सनेलिटीज से बात करना भी अहम अनुभव रहा। हम टाटा स्टील से मिल रहे सपोर्ट के कारण एक साथ 50 छात्र छात्राओं को इन स्थानों में बेहतर प्रबंधन के साथ घुमा पा रहें हैं।
विदित हो कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के बैनर तले स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के अंतर्गत गोवा के 50 छात्र छात्राएं जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी आए हुए हैं। जो 9 नवंबर तक विभिन्न स्थलों का भ्रमण करेंगे और सांस्कृतिक विशेषताओं से भी परिचित होंगे।
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से नोडल अधिकारी डॉ श्वेता प्रसाद, प्राध्यापिका डॉ. केया बैनर्जी, प्रभात कुमार महतो और गोवा के फैकल्टीज मधुराज नाईक, शिवानी गडकरी, वल्लभ बर्वे और सभी छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।