जमशेदपुर : झारखंड विकलांग मंच के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ई-मेल एवं ट्विटर के माध्यम से पत्र प्रेषित कर विकलांग जनों के लिए संचालित सभी पेंशन शीघ्र भुगतान करने की मांग की है। पत्र में कहा है कि झारखंड में 5 वर्ष उम्र से ही विकलांग जनों को पेंशन स्वामी विवेकानंद स्वालंबन प्रोत्साहन भत्ता के रूप में मिलता रहा है। पिछले वर्ष से स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन भत्ता पाने वाले 18 वर्ष से ऊपर वाले सभी विकलांग लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन में ट्रांसफर किया जाने लगा। इस प्रक्रिया के नाम पर सभी का पेंशन बंद कर दिया गया है। इस कारण राज्य में अधिकतर विकलांग जनों का एक वर्ष से पेंशन बंद है। परिणाम स्वरूप विकलांगों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है | ऐसे भी स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन भत्ता विकलांग जनों में ऊर्जा का संचार है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन रिटायरमेंट का प्रतीक है। इससे विकलांग जनों में और भी मनोबल में गिरावट होगी | कोरोना जैसा विश्वव्यापी महामारी संकट की घड़ी एवं लॉकडाउन जैसे परिस्थिति में उपर्युक्त मकड़जाल के कारण पेंशन समय पर नहीं मिलने के कारण विकलांग जनों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पुरानी व्यवस्था के तहत यथाशीघ्र पेंशन भुगतान करवाने की अति आवश्यकता है |