जमशेदपुर : जिले की डीसी विजया जाधव रविवार को अचानक से एमजीएम अस्पताल पहुंच गयीं. यहां पर उन्होंने पूरे अस्पताल को घूम-घूमकर देखा और जहां कमियां थी उसे ठीक करने को कहा. इस बीच वह पूरी तरह से एक्शन में थीं. अस्पताल की अव्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिये दिशा-निर्देश दिया. इस बीच उन्होंने यह देखा कि कैसे रोगियों को बेहतर सुविधा दी जा सकती है.
निरीक्षण के दौरान डीसी विजया जाधव दवाई के रख-रखाव को लेकर नाराज थीं. यहां पर उन्होंने खास दिशा-निर्देश दिया. इमरजेंशी में भी गयीं और वहां के काम-काज को देखा. यह देखा कि कहीं बड़ी संख्या में तो लोग इमरजेंशी में नहीं रह रहे हैं.
मॉनिटरिंग ठीक से करने की जरूरत
पत्रकारों से बातचीत में डीसी विजया जाधव ने कहा कि अस्पातल में फुल स्ट्रेंथ में स्टॉफ का अभाव है, लेकिन इसकी मॉनिटरिंग ठीक से करने की जरूरत है. सभी जगहों पर नर्स नहीं थी. इसके लिये उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से कहा है कि नर्स को स्टोर में भी रखने की जरूरत है. हर हाल में अस्पताल में क्वालिटी देने का प्रयास किया जा रहा है.
हटाये जाएंगे पानी टंकी
डीसी ने कहा कि अस्पताल में खराब पड़े पानी टंकी को 8 से 10 दिनों के भीतर हाटाने को कहा गया है. अस्पताल के जिस सामान को जंग लग रहा है उसे ठीक करने के लिये कहा गया है. जो ठीक होने के लायक नहीं है उसके स्थान पर नया लेने को कहा है.
नहीं मिला आयुष्मान का बंदा
एमजीएम अस्पताल में आयुष्मान का संचालन के लिये एक व्यक्ति का होना जरूरी है, लेकिन रविवार को जब डीसी अस्पताल पहुंची थीं तब वह बंदा नहीं था. इसपर डीसी ने अधीक्षक से कहा कि रोजाना एक बंदे का काम पर होना आवश्यक है. डीसी ने ऑक्सीजन प्लांट और नए भवन को भी देखा. साफ-सफाई पर डीसी ने कहा कि पहले से सुधार आया हैं. अब रोगी के साथ भी कम लोग ही अस्पताल में जा रहे हैं.