जामताड़ा।
साइबर अपराधियों के विरुद्ध लगातार चलाए जा रहे हैं पुलिसिया अभियान गिरफ्तार हो रहे साइबर अपराधियों में पुलिस का खौफ बढ़ गया है। इसलिए अपराधियों ने अपराध करने का ट्रेंड हीं बदल दिया। अब एक जगह स्टैटिक होकर नहीं बल्कि मूवमेंट करते हुए साइबर अपराध की घटना को अंजाम दे रहें है। इन साइबर अपराधियों के अपराध करने का नसा ट्रेंड है क्राइम ऑन द व्हील। अब इसी स्ट्रेटजी को अपराध करने लिए अपना रहे जिला के साइबर अपराधी। हालांकि यह स्ट्रेटजी भी उन्हें बचाने में नाकाफी साबित हुआ और पुलिस ने इसे फेल कर दिया। शनिवार की देर शाम कुछ साइबर अपराध चलती आई-10 कार में साइबर अपराध की घटना को अंजाम दे रहे थे। पुलिस को इस बात के गुप्त सूचना मिली। प्रभारी साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अजय कुमार पंजीकर ने टेक्निकल सेल की मदद से लोकेशन ट्रैक करते हुए पीछा शुरू कर दिया। जैसे ही उन्होंने दबोचने का प्रयास किया गाड़ी के अंदर बैठे साइबर अपराधियों को शक हो गया। पहले तो उन्होंने साइबर थाना पुलिस की गाड़ी को डैश करने का प्रयास किया। लेकिन इसमें सफल नहीं होने के बाद एक साइबर अपराधी उतरकर भागने लगा। पुलिस टीम ने विकास मंडल को खदेड़ कर पकड़ लिया। जबकि कार मे सवार राजेश मंडल दो अन्य साथियों के साथ पुलिस के डाइवर्ट होते ही मौके से गाड़ी के साथ रफ्फू-चक्कर हो गया।
गिरफ्तार साइबर अपराधी विकास मंडल के पास से पुलिस ने एक मोबाइल फोन और तीन सिम कार्ड बरामद किया है। पुलिस इन अपराधियों का अपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गई है। वहीं राजेश मंडल साइबर अपराध के पुराने कई मामले में चार्ज शीटेड है। गिरफ्तार साइबर अपराधी विकास मंडल नारायणपुर थाना क्षेत्र के झिलुआ गांव का रहने वाला है। वहीं पुलिस फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रहे है। बता दें कि इन साइबर अपराधियों द्वारा बिजली बिल जमा नहीं करने तथा बिजली कनेक्शन काटने का मैसेज देकर ठगी का शिकार बनाया जाता है।