जामताड़ा।
महज 14 वर्ष की आयु में साइबर अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला विशाल मंडल बुधवार को सलाखों के पीछे पहुंच गया। विशाल का पुराना अपराधिक इतिहास है। वह अंतर्जिला साइबर अपराधी भी है। उसके विरूद्ध देवघर जिला के कुंडा थाना में कांड संख्या साइबर अपराध के विरूद्ध 526/15 दर्ज है। जिसमें वह चार्जशीटेड है। बकौल विशाल पहली बार वह गिरफ्तार हुआ है। बता दें कि गिरफ्तार से पूर्व विशाल का लक्ष्य आर्मी में भर्ती होना था। इसके लिए वह तैयारी भी कर रहा था। साथ हीं वह जामताड़ा कॉलेज में इतिहास से स्नातक चौथी सेमेस्टर की पढ़ाई भी कर रहा था। जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस ने मंगलवार को उसे करमाटांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत चारघरा गांव स्थित उसके घर गिरफ्तार किया है।
साइबर अपराध के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत जामताड़ा साइबर थाना पुलिस को एक शातिर साइबर अपराधी को दबोचने में सफलता हासिल हुई है। पुलिस के इस अभियान में देवघर जिला का आरोप पत्र गठित साइबर अपराध विशाल कुमार मंडल की गिरफ्तारी चारघरा से मंगलवार को हुई है। विशाल के विरुद्ध देवघर जिला के कुंडा थाना में साइबर अपराध को लेकर कांड संख्या 526/15 दर्ज है। बता दें कि एसपी मनोज स्वर्गियरी के निर्देश पर साइबर इंस्पेक्टर संजीव कांत मिश्रा की अगुवाई में गठित टीम की ओर से करमाटांड़ थाना क्षेत्र के चारघरा गांव में छापेमारी कर विशाल कुमार मंडल को साइबर अपराध करते हुए रंगे हाथों दबोचा गया है।
जानकारी के अनुसार एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि साइबर अपराधी का समूह चारघरा में साइबर अपराध की वारदात को अंजाम दे रहा है। जिसके आधार पर गठित टीम में इंस्पेक्टर संजीव कांत मिश्रा, इंस्पेक्टर अजय कुमार पंजिकार सहित अन्य पुलिस बलों ने चारघरा गांव में विशाल मंडल के घर पर दबिश दी। जहां से उसकी गिरफ्तारी हुई है। वही पुलिस की भनक लगते ही अन्य साइबर अपराधी भागने में सफल हो गए। जिसके नाम का खुलासा विशाल मंडल ने साइबर थाना में किया है। गिरफ्तारी के दौरान साइबर अपराधी के पास से 3 मोबाइल फोन, 7 सिम कार्ड, 2 एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड बरामद किया गया है। विशाल मंडल का पुराना अपराधिक इतिहास है।
साइबर अपराधी विशाल मंडल ने स्वीकार किया कि वह वर्ष 2014 से साइबर अपराध करता आ रहा है। स्कूल की पढ़ाई के दौरान ही उसने साइबर अपराध करना सीख लिया था। बताया कि वह बीच में काम करना छोड़ दिया था, लेकिन पैसे की दिक्कत होने की वजह से उसने फिर से साइबर क्राइम करना शुरू कर दिया था। साथ ही विशाल ने यह भी स्वीकारा कि साइबर अपराध के जरिए उसने एक छोटा सा घर भी बनवाया है। बता दें कि विशाल फोर्थ सेमेस्टर का इतिहास ऑनर्स का छात्र भी है, जो जामताड़ा कॉलेज से अपनी पढ़ाई भी कर रहा है। साथ ही आर्मी में बहाली की तैयारी भी कर रहा था। उसने स्वीकार किया कि अब तक वह दस लाख रुपए की ठगी कर चुका है। जामताड़ा साइबर थाना में उसके विरुद्ध कांड संख्या 40/22 दर्ज किया गया है। वही बुधवार को मेडिकल जांच कराकर उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में मंडल कारा जामताड़ा भेज दिया गया है।