जामताड़ा।
जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस को बुधवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। करमाटांड़ थाना क्षेत्र के मट्टांड़ और करमाटांड़ बस्ती से 3 शातिर साइबर अपराधियों को साइबर थाना पुलिस ने ठगी की घटना को अंजाम देते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। वही दो साइबर अपराधी मौके से फरार होने में कामयाब हो गए। साइबर अपराधियों के पास से 7 मोबाइल, 11 सिमकार्ड सहित एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया है। गिरफ्तार अपराधी संगठित रूप से गिरोह बनाकर साइबर अपराध को अंजाम देते थे। एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर साइबर डीएसपी ने टीम गठित की जिसका नेतृत्व साइबर थाना इंस्पेक्टर अजय कुमार पंजिकार कर रहे थे। साथ में इंस्पेक्टर संजय कुमार व पुलिस बल ने करमाटांड़ थाना क्षेत्र के मटटांड़ गांव और करमाटांड़ बस्ती में छापेमारी कर घटना को अंजाम दे रहे शातिर साइबर अपराधियों के गिरोह के सरगनाओं के 3 अपराधियों को गिरफ्तार किया। वही मौके से 2 अपराधी भागने में सफल हो गए।
जानकारी के अनुसार गिरफ्तार अपराधी साइबर अपराध के जरिए ठगी की घटना को अंजाम देकर लोगों के गाढ़ी कमाई को उड़ाने का काम करते हैं। गिरफ्तार साइबर अपराधी संगठन बनाकर साइबर अपराध को अंजाम देते हैं। इनके गिरोह में जामताड़ा, दुमका, देवघर, धनबाद, गिरिडीह के साइबर अपराधी संलिप्त हैं। छापेमारी के दौरान पुलिस ने इनके पास से मोबाइल, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और मोटरसाइकिल बरामद किया है। गिरफ्तार साइबर अपराधी राजेश मंडल को मट्टांड़ गांव से तथा महफूज अंसारी और जमरूद्दीन अंसारी को करमाटांड़ बस्ती से गिरफ्तार किया गया है। वही जितेंद्र मंडल और मिठू मंडल जो सगे भाई है, पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गया। गिरफ्तार साइबर अपराधियों के विरूद्ध जामताड़ा साइबर थाना में कांड 14/22 दर्ज करते हुए मेडिकल जांच के बाद न्यायालय में पेश किया गया। जहां से न्यायिक अभिरक्षा के तहत जामताड़ा जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर, केवाईसी अपडेट करने और बिजली बिल जमा करने के नाम से ठगी किया करता था। एक संगठित गिरोह के रूप में कार्य करते हुए गूगल में विभिन्न ई-कॉमर्स कंपनियों, ई-पेमेंट कंपनियों, उपभोक्ता सामग्री कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर के रूप में अपना फर्जी मोबाइल नंबर डालकर उपभोक्ताओं को ठगने का कार्य करते हैं। पुलिस बरामद मोबाइल खंगालने में जुट गई है।